स्वतंत्र समय, ग्वालियर
मथुरा से लेकर इटारसी जंक्शन तक अलग-अलग रेल खंड में चल रहे तीसरी लाइन के कार्य के चलते रेलवे ने ग्वालियर से गुजरने वाली 30 जोड़ी से अधिक ट्रेनों को निरस्त कर दिया है। जिस ग्वालियर स्टेशन से प्रतिदिन 130 जोड़ी ट्रेनें गुजरती हैं, उनकी संख्या कुछ ही दिन में घटकर 95 से 100 के आसपास ही रह जाएगी। इनमें भी श्रीधाम, पातालकोट, जीटी एक्सप्रेस जैसी वो ट्रेनें हैं, जिनमें यात्रियों को आसानी से कन्फर्म टिकट उपलब्ध हो जाते हैं। ऐसे में ट्रेनों में अच्छी खासी भीड़ चल रही है। यह भीड़ आने वाली दिनों में और बढऩे वाली है, क्योंकि जल्द ही न्यू ईयर की छुट्टियां शुरू हो जाएंगी, जबकि आने वाले समय में शादी-समारोह के चलते सहालग की भीड़ भी बढ़ेगी।
स्थिति यह है कि दिसंबर माह के पहले सप्ताह में ही ट्रेनों में चढऩे के लिए मारामारी की स्थिति बनी हुई है। ट्रेनों के स्लीपर कोच बिल्कुल सामान्य श्रेणी के डिब्बों की तरह खचाखच भरे हुए चल रहे हैं। वहीं झांसी मंडल ने भी कोहरे को देखते हुए कुछ ट्रेनों के फेरे कम करते हुए सप्ताह में कुछ ही दिन चलाने का निर्णय लिया है। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना ही पड़ेगा। ट्रेनों की संख्या कम होने के कारण बाकी ट्रेनों में भी वेटिंग की स्थिति बढती जा रही है। लंबी दूरी की गोवा एक्सप्रेस, मंगला एक्सप्रेस, झेलम एक्सप्रेस, पंजाब मेल, केरला एक्सप्रेस आदि ट्रेनों की सभी श्रेणियों में वेटिंग की स्थिति बढ़ गई है। यह स्थिति दिसंबर की नहीं है, बल्कि जनवरी में भी ट्रेनों में यही समस्या रहने वाली है। अगले महीने भी रेलवे ने कई ट्रेनों को निरस्त कर रखा है।
गतिमान एक्सप्रेस, बरौनी और ताज पर भी पडेेेगा असर
ग्वालियर से बरौनी तक जाने वाली ट्रेन क्रमांक 11123 ग्वालियर-बरौनी आगामी 26 फरवरी तक सोमवार और गुरुवार रद रहेगी। वहीं ट्रेन क्रमांक 11124 बरौनी-ग्वालियर मंगलवार और शुक्रवार को निरस्त रहेगी। ये व्यवस्था आगामी 27 फरवरी तक रहेगी। इसके पीछे कोहरे को कारण बताया गया है। बाद में कोहरे की स्थिति को देखते हुए निरस्तीकरण की तारीख बढ़ाई जा सकती है। इसी प्रकार मथुरा में चल रहे यार्ड री-माडलिंग कार्य के चलते 20 से अधिक ट्रेनों को रद किया गया है। इसमें ताज एक्सप्रेस को सीधे 32 दिन के लिए निरस्त किया गया है। गतिमान एक्सप्रेस जैसी लक्जरी ट्रेन भी आठ दिन बंद रहेगी।