300 साल पहले सेना में महिलाओं को शामिल करने का प्रयास मां अहिल्याबाई होल्कर ने किया था- पीएम मोदी

भोपाल के जम्बुरी मैदान से पीएम मोदी ने अपनी हुंकार भरते हुए कहा कि माता अहिल्या ने नारी सक्ति के स्वाभिमान बढ़ाने के लिए कई काम किए। बता दें कि “300 साल पहले, जब दुनिया में महिलाएं युद्ध के मैदान से दूर मानी जाती थीं, तब एक राजमाता थीं  मां अहिल्याबाई होल्कर जिन्होने सेना में महिलाओं को शामिल करने को बढावा दिया। ऐसा ही संबोधन कहते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज हम नारी शक्ति की बात करते हैं, महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं… लेकिन सोचिए, उस दौर में, तीन सौ साल पहले, मां अहिल्याबाई ने जो साहस दिखाया वो अद्भुत था।” “जब पूरा समाज स्त्रियों को केवल गृहकार्य तक सीमित मानता था, तब अहिल्याबाई होल्कर ने अपनी सेना में महिलाओं को शामिल किया।”

“जी हां! उन्होंने नारी शक्ति को सिर्फ पूजा नहीं, बल्कि उसे शक्ति के रूप में अपनाया। उनकी सेनाओं में महिलाएं भी थीं, और वो भी तलवार, भाले और धनुष के साथ।” “ये सिर्फ इतिहास नहीं है, ये प्रेरणा है! मां अहिल्याबाई का वह कदम – तीन सौ साल पहले उठाया गया वो कदम – आज हमें ये बताता है कि हमारी सभ्यता, हमारी परंपरा, हमेशा से महिला सशक्तिकरण की समर्थक रही है।”हमारी बेटियां, हमारी बहनें – जब अवसर मिलता है, तो वो रणभूमि से लेकर अंतरिक्ष तक अपना परचम लहरा सकती हैं। और इस सोच की शुरुआत, मां अहिल्याबाई जैसे महान नेताओं ने बहुत पहले ही कर दी थी!”