मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थल खजुराहो से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। यहां एक रिसॉर्ट में खाना खाने के बाद वहां काम करने वाले कर्मचारियों की तबीयत अचानक बिगड़ गई।
डॉक्टरों ने इसे प्रथम दृष्टया फूड पॉइजनिंग का मामला बताया है। इस घटना में अब तक 4 कर्मचारियों की मौत हो चुकी है, जबकि 5 अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है।
घटना के बाद परिजनों में भारी आक्रोश है। उन्होंने चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन किया और पीएम-सीएम के पोस्टर भी फाड़े। प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित रिसॉर्ट को सील कर दिया है। बताया जा रहा है कि रिसॉर्ट के मालिक विनोद कुमार गौतम बेल्जियम में रहते हैं।
ग्वालियर रेफर किए गए थे मरीज
शुरुआती जानकारी के मुताबिक, रिसॉर्ट में खाना खाने के बाद कर्मचारियों की हालत बिगड़ने लगी थी। उन्हें पहले छतरपुर जिला अस्पताल ले जाया गया। हालत में सुधार न होने पर 9 कर्मचारियों को गंभीर अवस्था में ग्वालियर रेफर किया गया था।
जानकारी के अनुसार, ग्वालियर ले जाते समय रास्ते में ही दो कर्मचारियों ने दम तोड़ दिया। वहीं, दो अन्य की मौत ग्वालियर के जेएएच अस्पताल में इलाज के दौरान हुई। फिलहाल 5 कर्मचारियों का इलाज जारी है, जिनमें से तीन वेंटिलेटर पर हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, सभी मरीजों में फूड पॉइजनिंग के स्पष्ट लक्षण दिखाई दिए हैं।
प्रशासन की कार्रवाई और सहायता
छतरपुर जिला अस्पताल प्रशासन ने तीन मौतों की पुष्टि की है। घटना की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने मृतकों के परिजनों के लिए तत्काल 20-20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की है।
प्रशासन ने एहतियात के तौर पर रिसॉर्ट को सील कर जांच शुरू कर दी है। पहले ऐसी सूचना थी कि मरीजों को झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था, लेकिन बाद में गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें ग्वालियर भेजा गया।
कांग्रेस ने सरकार को घेरा
इस घटना पर राजनीति भी गरमा गई है। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर सरकार की आलोचना की है। उन्होंने सवाल उठाया कि जिस जिले में कैबिनेट की बैठक हो रही थी, वहीं चार मौतें हो गईं और मंत्री खामोश हैं।
“जिस खजुराहो में कैबिनेट, उसी जिले में 4 मौत हो गईं, लेकिन सत्ता के महलों में बैठे मंत्री मौन हैं। 9 पीड़ित अस्पताल पहुंचाए गए, किंतु निर्लज्जता से भरी हुई निर्मम सरकारी कुर्सियां, उसी इलाके में ‘सरकारी खर्चे’ पर मौज करती रही।” — जीतू पटवारी, अध्यक्ष, एमपी कांग्रेस