लोक अदालत में 762 प्रकरणों का हुआ निराकरण, 3 करोड़ 45 लाख 29 हजार 325 रूपये की राशि के अवार्ड पारित
शिवनारायण कुरोलिया/अशोकनगर। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश पवन शर्मा द्वारा शनिवार को जिला न्यायालय के सभाकक्ष में मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण, दीप प्रज्जवलित कर लोक अदालत का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने लोक अदालत को सफल बनाने व पक्षकारों को अधिक से अधिक लाभ दिलाने हेतु समस्त न्यायाधीशों एवं अधिवक्ताओं,बैंक,विद्युत तथा नगरपालिका विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों से समन्वित प्रयास करने पर जोर दिया। इस अवसर पर जिला न्यायाधीश प्रवेन्द्र कुमार सिंह, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण डॉ लखनलाल गोस्वामी जिला न्यायाधीश अमित भूरिया, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट महेन्द्र पाल सिंह, न्यायिक मजिस्ट्रेट दुर्गा सोलंकी जिला रजिस्ट्रार साक्षी कपूर, न्यायिक मजिस्ट्रेट तनवीर खान, पूनम कटारिया, बवीता प्रजापत, अखिलेश चॉडक, दिशा यादव,समस्त न्यायाधीश सहित अपर कलेक्टर जी.एस. धुर्वे, एडिशनल एसपी प्रदीप पटेल, अभिभाषक संघ अध्यक्ष महेन्द्र यादव,पदाधिकारी,अधिवक्ता,विधिक सहायता अधिकारी बृजेश पटेल, न्यायिक कर्मचारी, पक्षकार, पैरा लीगल वालंटियर सचेन्द्र श्रीवास्वत, आदि उपस्थित रहे।
19 खंडपीठों पर 762 मामलों का हुआ निराकरण-
लोक अदालत में 19 खण्ड पीठों के माध्यम से कुल 762 मामलों का निराकरण हुआ। जिसमें आपराधिक प्रकरण 222 सिविल प्रकरण 6 , क्लेम प्रकरण 6, विद्युत प्रकरण 24, धारा 138 के 99 अन्य न्यायालयीन मामले 37, वैवाहिक प्रकरण 13 एवं 355 प्रीलिटिगेशन स्तर के मामले शामिल रहे। उक्त मामलों में तीन करोड़ पेंतालीस लाख उन्तीस हजार तीन सौ पच्चीस रूपये का अवार्ड पारित हुआ।
42 माह के विवाद का हुआ खुशी-खुशी निराकरण-
लोक अदालत में पति-पत्नी के मध्य 42 माह से चल रहे विवाद का हंसी खुशी से निराकरण हुआ आवेदिका शालू कोरी (परिवर्तित नाम) का अपने पति रघुनन्दन किशोर कोरी (परिवर्तित नाम) से लगभग 42 माह पूर्व विवाह हुआ था। विवाह के कुछ समय बाद ही पति एवं पत्नी में मनमुटाव,गाली गालौच एवं मारपीट होने लगी। घर की घटना इतनी बड़ गई कि फरियादी द्वारा पुलिस थाना कोतवाली में दिनांक 24.9.2021 को धारा 323, 294, 506 भादवि के संबंध रिपोर्ट दर्ज कराई गई। तदुपरान्त उक्त मामला मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट महेन्द्र पाल सिंह के न्यायालय में पहुंचा। दोनों पक्षकारों के बीच प्रिंसिटिंग का आयोजन किया गया। शनिवार को आयोजित नेशनल लोक अदालत की खण्ड पीठ में पीठासीन अधिकारी महेन्द्र पाल सिंह एवं सुलह कर्ता सदस्य हरिओम त्यागी द्वारा पक्षकारों को समाझाईश देने पर पति-पत्नी आपसी मदभेद छोड़कर एक साथ रहने पर सहमत हुए एवं खुशी-खुशी दोनों एक दूसरे को फूलमाला पहनाकर, मिठाई खिलाकर न्यायालय से अपने घर को रवाना हुए