विपिन नीमा, इंदौर
मध्य प्रदेश में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ( State President ) को लेकर जमकर राजनीति चल रही है। वर्तमान अध्यक्ष वीडी शर्मा के स्थान पर प्रदेश अध्यक्ष की कमान कौन संभालेगा, यह अभी भी सस्पेंस बना हुआ है। जा रहे हैं। प्रदेश में भाजपा की स्थापना 1980 के बाद से सात बार मालवा क्षेत्र के नेता अध्यक्ष बने है।
State President की कुर्सी नहीं हुई नसीब
पार्टी की स्थापना के 44 साल हो गए हैं, लेकिन आज तक इंदौर के किसी भी नेता को प्रदेश अध्यक्ष ( State President ) की कुर्सी नसीब नहीं हुई है। ऐसा माना जाता है कि भाजपा की राजनीति का मुख्य केंद्र इंदौर ही रहा है। इस बार भी किसी नए नेता को अध्यक्ष की कुर्सी मिलने जा रही है, उसमें इंदौर के किसी भी नेता का नाम नहीं है। ऐसा व्लगता है की संगठन की नजरों में इंदौर का एक भी नेता प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी लायक नहीं है। इसलिए तो हर बार इंदौर को इंग्नोर कर दिया जाता है। उधर प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी के मामले में कांग्रेस, भाजपा से आगे है। इंदौर के दो नेता प्रदेश कांग्रेस की कमान संभाल चुके हैं,। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राधाकिशन मालवीय 1998 से 2003 तक दो बार प्रदेश अध्यक्ष बने। जबकि जीतू पटवारी वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस की कमान संभाले हुए हैं। अगर भाजपा इस बार इंदौर के किसी नेता को प्रदेश अध्यक्ष बना देती है तो वह 44 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ सकती है।
आखिर इंदौर के नेता कब बनेगे प्रदेश अध्यक्ष
भाजपा हो या कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुर्सी दोनों के लिए सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसी कारण प्रदेश अध्यक्ष बनाने के लिए संगठन के पदाधिकारियों को दिल्ली में बैठे हाईकमान के समक्ष जाना पड़ता है। फिलहाल स्थिति यह है कि मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के नए अध्यक्ष का चुनाव होना है ओर इसके लिए सारी तैयारियां हो चुकी है। बस अब केवल दिल्ली हाई कमान से नए अध्यक्ष के नाम का फरमान जारी होना बाकी है। मध्य प्रदेश का नया प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा यह केवल हाई कमानी जानता है। फिलहाल प्रदेश में नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चल रही खींचतान के चलते प्रदेश के नेता, पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक अपने-अपने हिसाब से समीकरण बैठाकर नेताओं को अध्यक्ष बना रहे हैं। दूसरी और कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष को लेकर फिलहाल जीतू पटवारी के हाथ में ही कमान है और वे कब तक रहेंगे यह फैसला राहुल गांधी तय करेंगे।
एक से बढक़र एक नेता है जो कुर्सी पर बैठने लायक हैं…
मध्य प्रदेश में इंदौर की भाजपा सबसे मजबूत मानी जाती है। एक से एक धाकड़ नेता है, जो उच्च स्तर पर अपनी पकड़ रखते हैं। जैसे भेरुलाल पाटीदार, निर्भयसिंह पटेल, पंडित श्रीवल्लभ शर्मा, कृष्णमुरारी मोघे , कैलाश विजयवर्गीय, रमेश मेंदोला, महेंद्र हार्डिया, मालिनी गोड़, सुदर्शन गुप्ता, गोपी नेमा समेत कई अनुभवी नेता है जो प्रदेश की कमान संभालने में अपनी ताकत रखते हैं। दिल्ली से लेकर भोपाल तक के बड़े नेता भी इंदौर के नेताओं की ताकत को अच्छी तरह से जानते हैं, इसके बावजूद भी प्रदेश अध्यक्ष के लिए इंदौर को इग्नोर किया जाता रहा है। पार्टी को प्रदेश में 44 साल हो गए है , लेकिन प्रदेश अध्यक्ष का निर्णय लेने वाले वरिष्ठजनों को इंदौर से ऐसा नेता नहीं मिला है, जो प्रदेश की कुर्सी संभाल सके। एक बात ये भी है जब भी प्रदेश अध्यक्ष के लिए चर्चा होती है तों उसमे इंदौर के नेताओं के नाम तक का जिक्र नहीं होता है। पता नहीं इंदौर के नेता को कब प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी मिलेगी।
ये रह चुके हैं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष…
- 1980 से 1983 सुंदरलाल पटवा
- 1983 से 1985 कैलाश जोशी
- 1985 से 1986 शिवप्रसाद चेनपुरिया
- 1986 से 1990 सुंदरलाल पटवा
- 1994 से 1997 लक्ष्मीनारायण पांडे
- 2000 से 2002 विक्रम वर्मा
- 2002 से 2005 कैलाश जोशी
- 2005 से 2006 शिवराज सिंह चौहान
- फर. 2006 से नवं. 2006 सत्यनारायण जटिया
- 2006 से 2010 नरेंद्र सिंह तोमर
- 2010 से 2012 प्रभात झा
- 2012 से 2014 नरेंद्र सिंह तोमर
- 2014 से 2016 नंदकुमार चौहान
- 2016 से 2018 नंदकुमार चौहान
- 2018 से 2020 राकेश सिंह
- वीडी शर्मा 2020 से कार्यकाल जारी
ये रह चुके हैं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष…
- 1998 से लेकर 2003 तक राधाकिशन मालवीय (इंदौर)
- 2003 से 2008 तक सुभाष यादव
- 2008 से 2011 तक सुरेश पचौरी
- 2011 से 2014 तक कांतिलाल भूरिया
- 2014 से 2018 तक अरुण यादव
- 2018 से 2023 तक कमलनाथ
- 2023 से जीतू पटवारी इंदौर (कार्यकाल जारी )
पटवारी के कुर्सी संभालने पर भी कांग्रेस पार्टी में नहीं हुआ कोई खास सुधार
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इंदौर के राधाकिशन मालवीय मध्य प्रदेश कांग्रेस का एक प्रमुख दलित चेहरा थे । वे राजीव गांधी सरकार में श्रम और संसदीय कार्य मंत्री रहे , लगातार 18 वर्षों तक संसद सदस्य, संसदीय आवास समिति के अध्यक्ष, दो बार मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष , महात्मा गांधी द्वारा गठित अखिल भारतीय हरिजन सेवक संघ नई दिल्ली के अध्यक्ष, सांवेर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक और 14 वर्षों तक इंदौर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रहे है । बताया गया है की 1998 से लेकर 2003 तक राधाकिशन मालवीय ने दो बार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की कमान संभाली है। 2003 में राधाकिशन मालवीय के अध्यक्ष से हटने के बाद इंदौर के किसी भी कांग्रेसी नेता को अध्यक्ष की कुर्सी नहीं मिली। प्रदेश में लगातार चुनाव हारने के कारण कांग्रेस हाईकमान ने दिसम्बर 2023 में प्रदेश कांग्रेस की कमान पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से प्रदेश अध्यक्ष का पद छीनकर जीतू पटवारी को सौंप दिया। 2023 से पटवारी पार्टी की कमान संभाले हुए है। हालांकि उनके कार्यकाल में भी पार्टी में कोई खास सुधार नहीं हुआ है।