6 लेन पश्चिमी रिंग रोड इंदौर-धार जिले कनेक्ट करेगा, भूमि अधिग्रहण बड़ा पेंच

स्वतंत्र समय, इंदौर

इंदौर में महत्वाकांक्षी पश्चिमी रिंग रोड के लिए अब प्रशासन जमीनी दिशा में काम करने का प्लान बना रहा है। 140 किलोमीटर लंबे इस रिंग रोड को देश के दूसरे बड़े रिंग रोड का दर्जा हासिल होगा। अब इस काम में सबसे बड़ा पेंच ग्रामीण इलाके में जमीन अधिग्रहण का पेश आएगा। किसान इसके लिए ग्रीन बेल्ट के साथ ही सिंचित भूमि के नुकसान पहुंचने की बात पर विरोध कर रहे हैं। हालांकि प्रशासन इन मामलों को अगले साल फरवरी तक सेटल करने की डेडलाइन बना रहा है। बताया जा रहा है कि यह सडक़ इंदौर और धार दोनों जि़लों से होकर गुजऱेगी। इसका स्टार्टिंग पाइंट एनएच-52 में नेटेरेक्स के समीप होगा। वहीं क्षिप्रा नदी के निकट यह आकर मिलेगी। इस सडक़ में दो बड़े पुल एवं तीस छोटे पुल बनाए जाएंगे। वहीं तीन रेल ओवर ब्रिज का निर्माण भी प्रस्तावित है।

इन बातों पर अमल करने पर जोर …

  • फरवरी तक एनएच के सभी प्रकरणों का निराकरण किया जाए।
  • बिचौली हप्सी अनुभाग के अंतर्गत आने वाले अतिक्रमणों को 8 दिन में निराकरण किया जाए।
  • माइनिंग विभाग को तहसील सांवेर, बिचौली हप्सी, महू से प्राप्त होने वाले एनओसी एक दिवस में प्रदान करने के निर्देश भी दिए।
  • एमपीईबी को मार्ग में आने वाले ट्रांसफार्मर एवं अन्य लाइनों के स्टीमेंट शीघ्र एनएचएआई को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। एसडीएम राऊ को क्षेत्र अंतर्गत आने वाले आपसी सहमति के प्रकरणों को शीघ्र निराकरण के लिए कहा गया।
  • बेस्ट प्राइस से एमआर 10 तक ट्रैफिक प्लान एवं ट्रायल की व्यवस्था जनता के हित में ध्यान रख प्लान बनाएं।

चार टनल का काम जारी

एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर बांझल ने बताया कि इस प्रोजेक्ट की लंबाई लगभग 35 किलोमीटर है इसमें चार टनल का बनाया जाना भी प्रस्तावित है। यह कार्य मेसर्स हाईवे इंजीनियरिंग कंसल्टेंट कर रहा है एवं कार्य तेजी से चल रहा है।

भू-अर्जन का काम जल्द हो

बैठक में इंदौर के सबसे महत्वाकांक्षी परियोजना जो कि वेस्टर्न बायपास बनाया जाना है उसके लिए भू-अर्जन कार्य को भी गति देने की समीक्षा की गई। एसडीएम देपालपुर, एसडीएम हातोद एवं एसडीएम सांवेर को निर्देशित किया गया कि भू-अर्जन की कार्यवाही को शीघ्र अतिशीघ्र प्रारंभ करें, जिससे कि इस महत्वपूर्ण परियोजना को इस वित्तीय वर्ष में प्रारंभ कराया जा सके।

इन सड़कों को सीधे कनेक्ट करेगा

पश्चिमी रिंग रोड इंदौर-हरदा रोड, इंदौर-देवास बायपास, इंदौर-खंडवा रोड, आगरा-मुंबई रोड और गुजरात तक जाने वाले हाईवे से सीधे कनेक्ट करेगा। रिंग रोड 5 स्थानों देवास वाली सडक़ पर शिप्रा के पास, हरदा वाली सडक़ पर डबल चौकी के पास, खंडवा वाली सडक़ पर सिमरोल के पहले, एबी रोड पर महू के पास और इंदौर गुजरात हाईवे पर बेटमा के पास इस रिंग रोड का इंटरसेक्शन होगा।

पश्चिमी रिंग रोड की ये खासियत रहेगी…

  • रिंग बायपास की लंबाई करीब 139 किमी है और इस आधार पर ही 140 किलोमीटर लंबे रिंग रोड को स्वीकृति मिली है।
  • एयरपोर्ट के पास से इसकी औसत दूरी 25 किमी की होगी।
  • यह रिंग वर्तमान मास्टर प्लान में समाहित 79 गांवों की सीमा भी कवर करेगी।
  • जमीन अधिग्रहण व निर्माण के लिए 6 हजार करोड़ की जरूरत होगी।

विरोध की वजह इसलिए…

  • लगभग 55 किलोमीटर लंबाई के पश्चिमी रिंग रोड और इकोनामिक कॉरिडोर के हिस्से की चौड़ाई 75 मीटर रखी गई है। किसान इसका विरोध कर रहे हैं।
  • इस रोड का अधिकतम हिस्सा इंदौर विकास प्राधिकरण बनाएगा और इंदौर विकास प्राधिकरण को फायदा पहुंचाने के लिए सडक़ के दोनों ओर विकास के नाम पर अधिक अधिग्रहण किया जा रहा है।
  • कई लोग इसलिए विरोध कर रहे हैं कि इससे ग्रीन बेल्ट की जमीन को खासा नुकसान होगा।