इस साल 6 हजार लगाए, फिर भी मप्र में 13 हजार hand pump बंद

स्वतंत्र समय, भोपाल

मध्यप्रदेश में इस साल 6,462 हैंडपंप स्थापित किए जाने के बाद भी प्रदेश में 13 हजार 429 हैंडपंप ( hand pump ) बंद पडे हुए हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की समस्या खड़ी होने के आसार बनते जा रहे हैं। केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार, मप्र में जल जीवन मिशन के तहत अभी तक 36 लाख परिवारों को सामूहिक तौर पर नल-जल योजना का लाभ मिल रहा है, जबकि परिवारों की संख्या सवा करोड़ से अधिक है।

मध्यप्रदेश में hand pump की स्थिति

मप्र में पहले से 5 लाख 64 हजार 603 हैंडपंप ( hand pump ) स्थापित हैं और एक अप्रैल 2023 के बाद से अभी तक 6 हजार 462 हैंडपंप लगाए गए हैं। इस तरह कुल 5 लाख 71 हजार 206 हैंडपंपों में से 5 लाख 57 हजार ही चालू हैं और 13 हजार 429 बंद पडेÞ हुए हैं। ज्यादातर हैंडपंप ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की समस्या को दूर करने लगाए गए थे। इनमें से सुधरने योग्य पंपों की संख्या 4 हजार 18 है, वहीं 3 हजार 959 सुधारने के काबिल नहीं हैं और 5 हजार 452 का जल स्तर नीचे चले जाने की वजह से इनमें पानी नहीं आ रहा है। अब मई-जून में भीषण गर्मी आने के वजह से कुआं-बावडिय़ां भी सूख जाएगी और हैंडपंपों में भी पानी कम हो जाएगा, जिसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

सिंगल फेस मोटर पंपों की स्थिति

  • कुल स्थापित- 37,319, चालू: 35,542, बंद पड़े 1776 और सुधरने योग्य 1201 है।
  • बंद होने की वजह बिजली बिल जमा नहीं करना और पंचायतों द्वारा संधारण नहीं कराना।