72 वर्षीय महिला ने किया देहदान, गार्ड ऑफ ऑनर के साथ मिला राजकीय सम्मान

इंदौर: मध्य प्रदेश में अंगदान और देहदान को बढ़ावा देने की सरकारी पहल के तहत एक प्रेरणादायक मामला सामने आया है। इंदौर में 72 वर्षीय एक महिला के निधन के बाद उनके परिवार ने चिकित्सा अनुसंधान के लिए देहदान का फैसला किया, जिसके बाद उन्हें पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।

यह प्रसंग इंदौर के इंडेक्स मेडिकल कॉलेज, हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर में देखने को मिला, जहां मानवता की सेवा के लिए किए गए इस महान कार्य को सम्मानित किया गया।

राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई

शहर के 804 मिलन हाइट्स की निवासी 72 वर्षीय विनिता खांडेकर का निधन हो गया था। उनके पति राजाराम खांडेकर और पुत्र राहुल खांडेकर ने समाज को एक सकारात्मक संदेश देते हुए उनके शरीर को चिकित्सा शिक्षा के लिए दान करने का निर्णय लिया। जब उनका पार्थिव शरीर इंडेक्स मेडिकल कॉलेज पहुंचा, तो मध्य प्रदेश सरकार और पुलिस विभाग की ओर से उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ देकर सम्मानित किया गया। यह क्षण वहां मौजूद सभी लोगों के लिए भावुक और प्रेरक था।

मुख्यमंत्री की पहल बनी प्रेरणा

यह सम्मान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उस पहल का हिस्सा है, जिसके तहत प्रदेश में अंगदान और देहदान करने वाले व्यक्तियों को राजकीय सम्मान दिया जाता है। इस नीति का उद्देश्य समाज में इन महान कार्यों के प्रति जागरूकता और सम्मान बढ़ाना है।

देहदान की यह प्रक्रिया ‘मुस्कान ग्रुप’ नामक संस्था के सहयोग से पूरी हुई। संस्था ने सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने में परिवार की मदद की, जिसके बाद पार्थिव शरीर को इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के देहदान अधिकारी राज गोयल को सौंपा गया।

चिकित्सा जगत ने की सराहना

इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के डॉ. जी.एस. पटेल ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह समाज के लिए एक बड़ा संदेश है।

“मेडिकल शिक्षा और अनुसंधान के लिए देहदान और अंगदान जीवन का सबसे महान दान है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का गार्ड ऑफ ऑनर का यह निर्णय निश्चित ही अधिक से अधिक लोगों को अंगदान और देहदान के लिए प्रेरित करेगा। इसके माध्यम से अनेक लोगों को नया जीवन प्राप्त होगा।” — डॉ. जी.एस. पटेल

इंडेक्स समूह के चेयरमैन सहित अन्य चिकित्सकों ने भी स्वर्गीय विनिता खांडेकर को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवार के इस निर्णय को समाज के लिए एक अनुकरणीय कदम बताया।