धार्मिक पर्यटन को नई रफ्तार, इंदौर से उज्जैन–ओंकारेश्वर के लिए शुरू हुई पीएम हेली टूरिज्म सेवा

इंदौर में धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को नई दिशा देने का ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृष्टि और मुख्यमंत्री मोहन यादव की पहल पर प्रदेश में पहली बार हेली टूरिज्म सेवा की शुरुआत हुई, जिसके साथ इंदौर को एक अनोखी सौगात मिली। भक्तिमय माहौल में शुरू हुई इस सेवा का मुख्य उद्देश्य तीर्थयात्रियों को तेज, सुरक्षित और आधुनिक धार्मिक यात्रा अनुभव प्रदान करना है। सेवा के पहले चरण में इंदौर से उज्जैन और उज्जैन से ओंकारेश्वर के लिए हेलीकॉप्टर यात्रा शुरू की गई है।

इंदौर हेलीपैड से रवाना हुआ पहला दल

बिचोली मर्दाना स्थित हेलीपैड से यात्रियों का पहला जत्था उत्साहपूर्ण माहौल में रवाना हुआ। इस दल में शामिल श्रद्धालुओं को जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने इंदौर से उज्जैन के लिए हरी झंडी दिखाकर विदा किया। शुभारंभ के मौके पर सिलावट ने कहा कि यह सेवा धार्मिक पर्यटन का नया अध्याय साबित होगी और प्रदेश को धार्मिक-सांस्कृतिक धरोहरों से जोड़ने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

प्रधानमंत्री के विजन की ओर अग्रसर प्रदेश

हेली सेवा के शुभारंभ के दौरान सिलावट ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की जो सोच रखी गई है, यह सेवा उसी दिशा में एक मजबूत कदम है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने धार्मिक यात्रा को हेलीकॉप्टर सेवा से जोड़कर एक नई मिसाल पेश की है। इस सेवा से न केवल धार्मिक स्थलों का महत्व बढ़ेगा बल्कि पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को भी नया गति मिलेगी।

श्रद्धालुओं और संत समुदाय ने की पहल की सराहना

इंदौर–उज्जैन–ओंकारेश्वर की इस आध्यात्मिक उड़ान को साधु-संतों और तीर्थयात्रियों ने खूब सराहा। उनका कहना है कि यह सेवा यात्रियों को कम समय में अधिक तीर्थ स्थलों के दर्शन कराएगी और यात्रा को सुविधाजनक बनाएगी। पर्यटकों ने इसे तकनीक और आध्यात्मिकता का उत्कृष्ट संयोजन बताया, जो राज्य को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर और अधिक मजबूत करेगा।

पहले दल में शामिल जनप्रतिनिधियों का गर्मजोशी से स्वागत

हेली सेवा से उज्जैन पहुंचने वाले प्रथम दल में विधायक रमेश मेंदोला, महेंद्र हार्डिया, सुमित मिश्रा और श्रवण चावड़ा सहित मीडिया कर्मी और अन्य श्रद्धालु शामिल थे। उज्जैन पहुंचने पर यात्रियों का पारंपरिक स्वागत और पुष्पवर्षा की गई, जिससे पूरा वातावरण भक्ति से सराबोर हो उठा।

मिनटों में दर्शन: उज्जैन–ओंकारेश्वर का आध्यात्मिक सेक्टर बेहद लोकप्रिय

अध्यात्मिक सेक्टर के तहत इंदौर–उज्जैन–ओंकारेश्वर मार्ग को जोड़ा गया है।

  • इंदौर से उज्जैन की यात्रा अब सिर्फ 20 मिनट में
  • उज्जैन से ओंकारेश्वर की यात्रा 40 मिनट में
  • ओंकारेश्वर से इंदौर वापसी 25 मिनट में पूरी होगी

यह तेज यात्रा अब श्रद्धालुओं को एक ही दिन में महाकालेश्वर और ओंकारेश्वर दोनों के दर्शन की सुविधा दे रही है।

अनुमानित किराया:

  • इंदौर–उज्जैन: ₹5,000
  • उज्जैन–ओंकारेश्वर: ₹6,500
  • ओंकारेश्वर–इंदौर: ₹5,500

यह सुविधा न केवल धार्मिक यात्रियों बल्कि तीर्थ स्थलों को तेजी से जोड़ने वाले सभी पर्यटकों के लिए बेहद उपयोगी सिद्ध होगी।

तकनीक से बढ़ा पर्यटन

नई सेवा की बुकिंग ऑनलाइन उपलब्ध है, जिससे यात्रियों को आसानी से टिकट मिल सकेगा। भविष्य में इस सेवा को अन्य धार्मिक स्थलों तक फैलाने की योजना है। इससे मध्यप्रदेश धार्मिक पर्यटन का बड़ा केंद्र बनने की ओर अग्रसर है।

बुकिंग उपलब्ध:

  • www.flyola.in
  • air.irctc.co.in/flyola
  • transbharat.in