मध्य प्रदेश के लोगों को कड़ाके की ठंड और शीतलहर से फिलहाल राहत मिल गई है। एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से प्रदेश के मौसम में बदलाव आया है, जिससे न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई है। राजधानी भोपाल, इंदौर समेत 6 जिलों में शीतलहर का असर पूरी तरह समाप्त हो गया है और पारा 10 डिग्री सेल्सियस के ऊपर पहुंच गया है।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, उत्तरी भारत पर एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जिसके प्रभाव से राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। इस सिस्टम के कारण हवाओं का रुख बदल गया है और नमी आने लगी है, जिससे प्रदेश के कई हिस्सों में बादल छाए हुए हैं। इसी वजह से रात के तापमान में उछाल आया है, जिससे ठंड का तीखापन कम हुआ है।
प्रमुख शहरों में तापमान की स्थिति
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार को राजधानी भोपाल का न्यूनतम तापमान 10.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.2 डिग्री अधिक था। यह पिछले दिन की तुलना में 2.2 डिग्री की बढ़ोतरी है। वहीं, इंदौर में न्यूनतम तापमान 12.2 डिग्री, ग्वालियर में 7.2 डिग्री और जबलपुर में 9.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान उमरिया में 6.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
इन जिलों में शीतलहर का असर खत्म
पश्चिमी विक्षोभ के असर से प्रदेश के छह जिलों में ठंड का कहर कम हुआ है। मौसम केंद्र के अनुसार, भोपाल, इंदौर, धार, खंडवा, रतलाम और उज्जैन में शीतलहर की स्थिति समाप्त हो गई है। इन क्षेत्रों में रात के तापमान में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है।
अगले 48 घंटों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि अगले दो-तीन दिनों तक मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा। आसमान में बादल छाए रहने और तापमान में हल्की बढ़ोतरी की संभावना है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के अनुसार, 24 और 25 जनवरी के आसपास ग्वालियर-चंबल संभाग के कुछ इलाकों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी भी हो सकती है। हालांकि, इस पश्चिमी विक्षोभ के गुजर जाने के बाद तापमान में एक बार फिर गिरावट आने की आशंका है और ठंड का दौर लौट सकता है।