“हमारी लाइफ गोल्ड से भी कीमती” —ऋतु गर्ग

रोबोनीट की ओर से आयोजित विशेष जागरूकता कार्यक्रम में सिलीगुड़ी, पश्चिम बंगाल की ग्रीनर फ्यूचर पेरेंटिंग कोच ऋतु गर्ग को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया। यह आयोजन भावनाओं से भरपूर, सीख से परिपूर्ण और अत्यंत प्रेरणादायक रहा, जिसमें बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों को भी जीवन के वास्तविक महत्व को समझने का अवसर मिला।

बच्चों को कहानियों और चित्रकला के जरिए मिला जीवन का अनमोल पाठ

कार्यक्रम में ऋतु गर्ग ने बच्चों के साथ पेंटिंग और प्रेरक कहानियों के माध्यम से संवाद किया। उन्होंने समझाया कि जीवन किसी भी कीमती चीज़—यहाँ तक कि सोने से भी अधिक मूल्यवान है। एक प्रेरणादायक कहानी साझा करते हुए उन्होंने बताया कि कैसे एक छोटी चिड़िया ने अपने सपनों का उपवन बनाया और लगातार प्रयासों से उसे साकार किया। इस उदाहरण से बच्चों को संदेश दिया गया कि मेहनत, सकारात्मक आदतें और माता-पिता का सम्मान जीवन की सफलता की बुनियाद हैं।

अभिभावकों से भावनात्मक संवाद—बच्चों को समय देना सबसे जरूरी

कार्यक्रम के दौरान ऋतु गर्ग ने अभिभावकों से चर्चा करते हुए कहा कि आजकल बच्चे अक्सर यह महसूस करते हैं कि उन्हें अपने माता-पिता का समय और ध्यान पर्याप्त रूप से नहीं मिल पाता। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे बच्चों के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताएँ, उनसे बातचीत करें, खेलें और उन्हें जीवन के सही मूल्य समझाएँ। उनके अनुसार, बच्चों की सुरक्षा, मानसिक शांति और अच्छे संस्कार किसी भी भौतिक संपत्ति से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हैं।

हर घर में खुशहाली और सौहार्द का संदेश

उन्होंने बताया कि उनका उद्देश्य है कि हर परिवार में प्रेम, समझ और खुशहाली का वातावरण बने। चेहरे पर मुस्कान और घर में सकारात्मकता ही असली उपलब्धि है।

बच्चों ने दिखाई उत्साहपूर्ण भागीदारी, अतिथि का हुआ सम्मान

कार्यक्रम के अंत में बच्चों ने पूरे उत्साह के साथ सहभागिता की। सभी बच्चों को उपहार देकर सम्मानित किया गया। उपस्थित प्रतिभागियों ने आयोजन की खूब प्रशंसा की। आशा की ओर से जलपान की बेहतरीन व्यवस्था की गई और ऋतु गर्ग का स्वागत पटका पहनाकर तथा फूलों का गुलदस्ता भेंट कर किया गया।

पेरेंटिंग कोच और समाजसेविका के रूप में सशक्त पहचान

ऋतु गर्ग एक सफल पेरेंटिंग कोच, समाजसेविका, साहित्यकार और गृहिणी हैं। उन्होंने अपने अनुभवों के आधार पर हमेशा यह बात कही है कि असली सफलता वही है, जो आत्मसंतोष दे और दूसरों के जीवन में खुशी लाए। वे अपनी विचारधारा और कार्यों के माध्यम से लोगों को हमारी सनातन संस्कृति से जोड़ने का निरंतर प्रयास कर रही हैं।

उनका मानना है— “वही सफलता है, जो हमें संतुष्टि दे और किसी और के जीवन में मुस्कान ला सके।”