मध्य प्रदेश में शनिवार को मौसम का मिजाज अचानक बदल गया। राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में सुबह से बादल छाए रहे और दोपहर बाद बारिश का दौर शुरू हो गया। मौसम में यह बदलाव एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती परिसंचरण तंत्र के कारण आया है, जिसके चलते अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है।
मौसम विभाग (IMD) ने स्थिति को देखते हुए प्रदेश के बड़े हिस्से के लिए चेतावनी जारी की है। कुछ जिलों में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि की भी आशंका जताई गई है। इस बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि खेतों में रबी की फसलें लगी हुई हैं।
इन 16 जिलों में ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश के 16 जिलों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी देते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, उज्जैन, देवास, रतलाम, मंदसौर और नीमच शामिल हैं। प्रशासन को इन क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
भोपाल-ग्वालियर समेत इन जिलों में येलो अलर्ट
इसके अलावा, प्रदेश के एक बड़े हिस्से में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसमें भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर कलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले शामिल हैं।
क्यों और कैसे बदला मौसम?
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, उत्तर भारत में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इसके साथ ही, दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण तंत्र बना हुआ है। इन दोनों सिस्टमों के प्रभाव से मध्य प्रदेश के मौसम में बदलाव आया है। इन सिस्टमों के कारण अरब सागर और बंगाल की खाड़ी, दोनों तरफ से नमी मिल रही है, जिससे बारिश और ओलावृष्टि की गतिविधियां हो रही हैं।
तापमान में उतार-चढ़ाव, आगे क्या?
इस मौसमी बदलाव का असर तापमान पर भी पड़ा है। प्रदेश भर में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिससे रात की ठंड कम हुई है। वहीं, दिन में बादल और बारिश के कारण अधिकतम तापमान में गिरावट आई है। शुक्रवार को प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रीवा में दर्ज किया गया।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले 2 से 3 दिनों तक प्रदेश में मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रह सकता है। इस सिस्टम के गुजर जाने के बाद आसमान साफ होगा और उत्तर से आने वाली ठंडी हवाओं के कारण तापमान में तेजी से गिरावट आएगी, जिससे ठंड का प्रकोप बढ़ने की संभावना है।