जयमाला के दौरान मांगे 25 हजार रुपये, दुल्हन ने माला फेंककर तोड़ी शादी

युपी के वाराणसी शहर के एक मैरिज लॉन में शादी की रस्में उस वक्त हाई-वोल्टेज ड्रामे में बदल गईं, जब दहेज की मांग से नाराज दुल्हन ने स्टेज पर ही वरमाला तोड़ दी और शादी करने से साफ इनकार कर दिया। दुल्हन के इस साहसिक कदम के बाद दोनों पक्षों में जमकर हंगामा हुआ और आखिरकार बारात को बिना दुल्हन के ही लौटना पड़ा।

मामला मीरापुर बसही इलाके के मंगल मंडपम लॉन का है। शिवपुर निवासी राजेंद्र प्रसाद की बेटी चांदनी जायसवाल की शादी भदोही जिले के सुरियावां के रहने वाले रोहित जायसवाल से तय हुई थी। रोहित मुंबई की एक पिज्जा कंपनी में मैनेजर है। तय कार्यक्रम के अनुसार बारात पहुंची और शुरुआती रस्में हंसी-खुशी के माहौल में हुईं।

जयमाला के वक्त शुरू हुआ विवाद

लड़की पक्ष का आरोप है कि जयमाला के लिए जैसे ही दूल्हा स्टेज पर चढ़ा, लड़के वालों ने दहेज के बाकी 25 हजार रुपये की मांग शुरू कर दी। उन्होंने दूल्हे को स्टेज से नीचे उतार लिया और कहा कि पहले पैसा मिलेगा, तभी रस्म आगे बढ़ेगी। दुल्हन के पिता राजेंद्र प्रसाद ने किसी तरह रिश्तेदारों से पैसे जुटाए, जिसके बाद दूल्हे को दोबारा स्टेज पर भेजा गया और जयमाला की रस्म पूरी हुई।

खाने की मेज पर बिगड़ी बात

जयमाला के बाद जब दोनों परिवार खाने की टेबल पर पहुंचे, तो विवाद फिर से भड़क गया। लड़के वालों ने न सिर्फ बाकी रकम के लिए दबाव बनाया, बल्कि लड़की के परिवार को उनकी हैसियत को लेकर ताने भी कसे। यह सब देख रही दुल्हन चांदनी का सब्र जवाब दे गया।

“मेरी मां उनके सामने हाथ जोड़ती रहीं, लेकिन वे लोग लगातार पैसों की मांग कर मेरे परिवार की बेइज्जती कर रहे थे। मुझे लगा कि यह शादी नहीं, बल्कि एक सौदा है। मैं अपने माता-पिता का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकती थी।” — चांदनी, दुल्हन

इसके बाद चांदनी ने बिना सोचे-समझे गले से वरमाला उतारी और स्टेज पर फेंकते हुए ऐलान कर दिया कि वह ऐसे लालची परिवार में शादी नहीं करेगी। इस फैसले से वहां हड़कंप मच गया और दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। मामला बिगड़ता देख दूल्हा पक्ष बारात लेकर वापस लौट गया।

पुलिस कर रही मामले की जांच

शादी टूटने के बाद चांदनी के पिता ने शिवपुर थाने में दूल्हा और उसके परिवार के खिलाफ दहेज मांगने और अपमानित करने की शिकायत दर्ज कराई है। सब्जी बेचकर परिवार चलाने वाले राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि उन्होंने बेटी की शादी के लिए कर्ज लिया था। तय रकम में से 75,000 रुपये पहले ही दे दिए गए थे, फिर भी उनकी बेटी की जिंदगी खराब करने की कोशिश की गई। पुलिस ने दोनों पक्षों के बयान लेकर जांच शुरू कर दी है।