इंदौर में आयोजित “यूनिटी मार्च” कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि देश की एकता और अखंडता को सुदृढ़ बनाने में सरदार वल्लभभाई पटेल का योगदान अतुलनीय है। उन्होंने कहा कि भारत को एक सूत्र में बांधने का ऐतिहासिक कार्य लौह पुरुष पटेल ने जिस दृढ़ इच्छाशक्ति और दूरदृष्टि के साथ किया, उसके लिए देश सदैव उनका ऋणी रहेगा। कार्यक्रम में कई मंत्री, सांसद, विधायक और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
150वीं जयंती पर भव्य ‘यूनिटी मार्च’
सरदार पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर नर्मदा प्रवाह मार्ग से निकली “यूनिटी मार्च” यात्रा बुधवार को इंदौर पहुँची, जहाँ मुख्यमंत्री ने यात्रियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। यात्रा के स्वागत कार्यक्रम में प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग और जनप्रतिनिधियों ने भी सहभागिता निभाई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सरदार पटेल चौराहे से छावनी चौराहे तक यात्रा में पैदल शामिल भी हुए।

सरदार पटेल के सिद्धांतों पर चलने का आह्वान
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरदार पटेल हमेशा व्यक्तिगत उपलब्धियों से ऊपर उठकर राष्ट्रहित को प्राथमिकता देते थे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा निर्मित “स्टैच्यू ऑफ यूनिटी” का उल्लेख करते हुए कहा कि यह स्मारक देश की एकता को समर्पित उनके योगदान को सदैव जीवित रखेगा।

मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने 1947 में देश को एकजुट रखने की ऐतिहासिक चुनौती का उल्लेख करते हुए पटेल की भूमिका को याद किया। वहीं मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि भारत की एकता के लिए निरंतर कार्य करना ही सरदार पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि है।
यूनिटी मार्च की चार यात्राएँ, इंदौर में हुआ भव्य स्वागत
देशभर के अलग-अलग मार्गों से कुल चार “यूनिटी मार्च” यात्राएँ निकाली गई हैं। नागपुर से प्रारंभ हुई नर्मदा प्रवाह यूनिटी मार्च इंदौर होते हुए धार, झाबुआ और आगे गुजरात के गोधरा में प्रवेश करेगी। यात्रा के शहर आगमन पर विभिन्न स्थानों पर नागरिकों ने पुष्पवर्षा कर यात्रियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। इंदौर पहुँचने से पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।