इंदौर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने रविवार को इंदौर में ‘युवा संगम’ कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें शहर के 2000 से अधिक युवा पेशेवर शामिल हुए। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता, RSS के सह सरकार्यवाह डॉ. मनमोहन वैद्य ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत को समझने के लिए उसके ‘स्व’ को जानना आवश्यक है।
अग्रसेन महासभा भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में 25 से 40 वर्ष की आयु के डॉक्टर, इंजीनियर, चार्टर्ड अकाउंटेंट, वकील और उद्योगपति शामिल हुए। डॉ. वैद्य ने युवाओं से राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में सक्रिय रूप से जुड़ने और समाज के लिए समय समर्पित करने का आह्वान किया।
भारत की पहचान ‘राष्ट्र पुरुष’ के रूप में
डॉ. मनमोहन वैद्य ने अपने संबोधन में कहा कि भारत केवल एक भौगोलिक इकाई या जमीन का टुकड़ा नहीं है, बल्कि यह एक जीवंत ‘राष्ट्र पुरुष’ है। उन्होंने कहा, “भारत को सही मायने में समझने के लिए हमें इसके ‘स्व’ यानी इसकी मूल पहचान को पहचानना होगा। हमारी संस्कृति, परंपराएं और जीवन मूल्य ही हमारा ‘स्व’ हैं।”
उन्होंने पश्चिमी ‘नेशन-स्टेट’ की अवधारणा और भारत की प्राचीन सांस्कृतिक पहचान के बीच अंतर स्पष्ट किया। डॉ. वैद्य के अनुसार, यूरोप में राष्ट्रों का उदय भाषा और सीमाओं के आधार पर हुआ, जबकि भारत की एकता का आधार उसकी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत की विविधता उसकी कमजोरी नहीं, बल्कि उसकी सबसे बड़ी ताकत और विशेषता है।
युवाओं से आह्वान: समाज और राष्ट्र के लिए समय दें
सह सरकार्यवाह ने युवा पेशेवरों से अपने दैनिक जीवन से समाज के लिए कुछ समय निकालने की अपील की। उन्होंने कहा, “आप सभी अपने-अपने क्षेत्र में कुशल हैं। आप अपने कौशल का उपयोग करते हुए राष्ट्र हित में योगदान दे सकते हैं। इसके लिए बस एक राष्ट्रीय दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है।”
उन्होंने युवाओं को तीन प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने का सुझाव दिया:
- पारिवारिक मूल्य: अपने परिवार में संस्कार और भारतीय मूल्यों को मजबूत करें।
- पर्यावरण संरक्षण: जल, जंगल और जमीन के संरक्षण के लिए काम करें।
- सामाजिक समरसता: जाति या पंथ के भेदभाव से ऊपर उठकर एक सामंजस्यपूर्ण समाज बनाने में मदद करें।
डॉ. वैद्य ने यह भी कहा कि युवाओं को सोशल मीडिया का उपयोग सकारात्मक और रचनात्मक तरीके से करना चाहिए, ताकि भारत के बारे में सही और गौरवशाली तथ्यों को दुनिया के सामने रखा जा सके।
कार्यक्रम का उद्देश्य
इस ‘युवा संगम’ का मुख्य उद्देश्य युवा पेशेवरों को संघ की विचारधारा और राष्ट्र-निर्माण की व्यापक प्रक्रिया से जोड़ना था। कार्यक्रम में एक प्रश्नोत्तर सत्र भी हुआ, जिसमें युवाओं ने डॉ. वैद्य से विभिन्न विषयों पर सवाल पूछे। इस अवसर पर मालवा प्रांत प्रचारक ईश्वर दाधीच और इंदौर विभाग संघचालक डॉ. विनीत स्थापक सहित संघ के अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।