इंदौर: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर की प्रसिद्ध सराफा चौपाटी में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की एक कोशिश का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर 69 दुकानों की एक लिस्ट वायरल हो रही जिसमें उन्हें ‘गैर-हिंदू’ बताकर उनके बहिष्कार की अपील की गई है। इस घटना के बाद सराफा के व्यापारियों में आक्रोश है और उन्होंने इसे बाजार की एकता को तोड़ने की साजिश करार दिया है।
सराफा चौपाटी व्यापारी एसोसिएशन मामले उठाते हुए सराफा थाने में शिकायत दर्ज कराई है। एसोसिएशन की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ IPC की धारा 505 के तहत FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
व्यापारी एसोसिएशन ने जताई आपत्ति
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे WhatsApp और Facebook पर वायरल हो रही इस लिस्ट ने सराफा बाजार के व्यापारियों को चिंतित कर दिया है। सराफा चौपाटी व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष राम गुप्ता और सचिव नरेंद्र शर्मा ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा कि यह सूची बाजार में दशकों से चले आ रहे हिंदू-मुस्लिम भाईचारे को खत्म करने की एक गहरी साजिश है।
एसोसिएशन ने अपने शिकायती पत्र में लिखा, “सराफा बाजार में कई दुकानें 70-80 वर्षों से चल रही हैं, जहां हिंदू और मुस्लिम व्यापारी पीढ़ियों से एक साथ मिलकर व्यापार करते आए हैं। यह वायरल सूची बाजार के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने और व्यापारियों के बीच दरार पैदा करने के इरादे से फैलाई गई है।”
पुलिस ने शुरू की जांच, FIR दर्ज
व्यापारियों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सराफा थाना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। पुलिस ने एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 505 (सार्वजनिक शांति भंग करने वाले बयान) के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, साइबर सेल की मदद से उस व्यक्ति या समूह का पता लगाने की जा रही है जिसने सबसे पहले यह सूची सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी। पुलिस का कहना है कि इस तरह की भड़काऊ सामग्री फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सौहार्द बिगाड़ने की साजिश
व्यापारी एसोसिएशन ने आशंका जताई है कि इस तरह की गतिविधियों के जरिए इंदौर में सूरत जैसी स्थिति पैदा करने की कोशिश की जा रही है, ताकि शहर का माहौल खराब हो सके। एसोसिएशन ने स्पष्ट किया कि सराफा बाजार हमेशा से सर्वधर्म समभाव का प्रतीक रहा है
पत्र में कहा गया है इस तरह की हरकतें न केवल व्यापार को नुकसान पहुंचाती हैं बल्कि समाज में व्यापारियों ने एकजुट होकर इस साजिश का मुकाबला करने और बाजार की एकता को बनाए रखने का संकल्प लिया है।