रतलाम : 8वीं के छात्र की आत्महत्या की बड़ी वजह! रील बनाने पर प्रिंसिपल ने दी थी स्कूल से रेस्टीकेट करने की धमकी

Ratlam News : रतलाम  शहर के बोधि इंटरनेशनल स्कूल में शुक्रवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया, जब 8वीं कक्षा के एक छात्र ने बिल्डिंग की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। इस घटना के पीछे की बड़ी वजह सामने आ चुकी है। घटना का कारण क्लासरूम में बनाई गई एक इंस्टाग्राम रील बनी। जिसके लिए छात्र को प्रिंसिपल ने कड़ी फटकार लगाई थी। छात्र को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

यह पूरी घटना स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है। फुटेज में छात्र प्रिंसिपल के ऑफिस में माफी मांगता, फिर डरकर गलियारे में भागता और अंत में कूदता हुआ दिखाई दे रहा है। हैरान करने वाली बात यह है कि जिस समय छात्र कूदा, उसके पिता को स्कूल बुलाकर वेटिंग रूम में बिठाया गया था।

रील पर विवाद और 4 मिनट की फटकार

मामला 27 नवंबर का है, जब छात्र ने क्लास में पढ़ाई के दौरान एक वीडियो बनाकर उसे अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट कर दिया था। वीडियो की जानकारी क्लास टीचर को मिली, जिन्होंने स्क्रीनशॉट लेकर प्रिंसिपल को सूचित किया। इसी सिलसिले में शुक्रवार सुबह छात्र और उसके परिजनों को स्कूल बुलाया गया था।

सुबह करीब 9:54 पर छात्र प्रिंसिपल के कमरे में पहुंचा, जहां अन्य शिक्षक भी मौजूद थे। स्कूल प्रबंधन द्वारा उपलब्ध कराए गए सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, छात्र ने करीब 4 मिनट के भीतर 52 बार ‘सॉरी’ बोलकर माफी मांगी। छात्र के मुताबिक, प्रिंसिपल ने उसे सस्पेंड करने, उसके स्पोर्ट्स मेडल छीन लेने और करियर खत्म होने की धमकी दी।  

‘पापा आ रहे हैं, फिर बात करते हैं’

छात्र ने बताया कि प्रिंसिपल ने उसकी एक नहीं सुनी और लगातार फटकार लगाती रहीं।

“मैंने मैम को कई बार सॉरी बोला। यह भी कहा कि अगली बार से ऐसा कुछ नहीं करूंगा, भले ही आप मुझे चांटा मार लो, पर सस्पेंड मत करो। लेकिन मैडम ने कहा- तुम्हारा अब कुछ नहीं हो सकता। तुम किसी स्पोर्ट्स में नहीं जा पाओगे।” — पीड़ित छात्र

प्रिसिंपल ने उसे स्कूल से रेस्टीकेट करने की धमकी दी थी। इसके बाद छात्र को पास के एक क्लासरूम में यह कहकर बैठा दिया गया कि ‘तुम्हारे पापा आ रहे हैं, फिर तुमसे बात करते हैं’। छात्र के अनुसार, उसे लगा कि उसे सच में स्कूल से निकाल दिया जाएगा और कहीं और एडमिशन नहीं मिलेगा, इसी डर से उसने यह कदम उठाया। 

नीचे इंतजार करते रहे पिता, ऊपर से कूदा बेटा

स्कूल ने सुबह करीब पौने 10 बजे छात्र के पिता को फोन कर बुलाया था। पिता 9 बजकर 59 मिनट पर स्कूल पहुंच गए और उन्हें वेटिंग रूम में बिठा दिया गया। ठीक 4 मिनट बाद, सुबह 10:03 बजे, स्कूल में शोरगुल हुआ और पिता बाहर की ओर भागे। उन्होंने देखा कि उनका बेटा बाहर जमीन पर घायल पड़ा है।

स्कूल स्टाफ की मदद से उसे तुरंत निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। छात्र ने खुद स्वीकार किया है कि उसे किसी ने धक्का नहीं दिया, बल्कि उसने डर के कारण अपनी मर्जी से छलांग लगाई थी।