इंदौर में 6-7 दिसंबर को इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी पर राष्ट्रीय समिट, बिना सर्जरी इलाज की आधुनिक तकनीकों पर होगा मंथन

Indore News : चिकित्सा जगत की अत्याधुनिक विधा इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी (IR) पर मध्य भारत का एक बड़ा वैज्ञानिक सम्मेलन इंदौर में आयोजित होने जा रहा है।

सेंटर ऑफ वैसक्यूलर एण्ड इंटरवेंशनल केयर (CVIC) द्वारा 6 और 7 दिसंबर को CVIC IR Summit 2025 का आयोजन किया जाएगा। इस दो दिवसीय समिट में देश के जाने-माने विशेषज्ञ चिकित्सक शामिल होंगे और बिना बड़े ऑपरेशन के गंभीर बीमारियों के इलाज की नवीनतम तकनीकों पर गहन चर्चा करेंगे।

इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य मध्य भारत के डॉक्टरों को इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी की आधुनिक और जीवनरक्षक तकनीकों का व्यावहारिक प्रशिक्षण देना है। समिट में इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट के अलावा न्यूरोलॉजिस्ट, कार्डियोलॉजिस्ट, वास्कुलर सर्जन, नेफ्रोलॉजिस्ट और ऑन्कोलॉजिस्ट सहित विभिन्न सुपरस्पेशियलिटी के चिकित्सक भाग लेंगे।

न्यूनतम चीरा, अधिकतम उपचार

आयोजकों के अनुसार, समिट की थीम “न्यूनतम चीरा, अधिकतम उपचार – आधुनिक IR से मरीजों को नई आशा” रखी गई है। यह थीम इस चिकित्सा पद्धति के मूल सिद्धांत को दर्शाती है, जिसमें शरीर पर छोटा सा चीरा लगाकर गंभीर रोगों का इलाज किया जाता है। इससे मरीजों को कम दर्द होता है, जोखिम घटता है और वे जल्द स्वस्थ होकर घर लौटते हैं।

“आज IR की मदद से बिना बड़े ऑपरेशन के स्ट्रोक, वेरिकोस वेन्स, ट्यूमर और वास्कुलर रोगों का सफल इलाज संभव है। इस सम्मेलन में हम नवीनतम तकनीकों को साझा करेंगे ताकि प्रदेश में उपचार की गुणवत्ता और भी बेहतर हो सके।” — डॉ. आलोक उडिया, इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट

इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट डॉ. शैलेश गुप्ता ने बताया कि मरीजों के लिए कम दर्द, कम जोखिम और तेज़ रिकवरी ही आधुनिक इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी की सबसे बड़ी विशेषता है। इस समिट का लक्ष्य इन्हीं सुविधाओं को अधिक से अधिक चिकित्सकों तक पहुँचाना है।

इन गंभीर बीमारियों के इलाज पर होगी चर्चा

समिट के दौरान कई महत्वपूर्ण सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिनमें विशेषज्ञ डॉक्टर अपने अनुभव और ज्ञान को साझा करेंगे। इन सत्रों में मुख्य रूप से इन विषयों पर फोकस रहेगा:

जटिल प्रक्रियाएं: एन्‍यूरिज़्म कोइलिंग, स्ट्रोक इंटरवेंशन और जटिल वास्कुलर प्रक्रियाओं पर गहन प्रशिक्षण।

ट्यूमर और अन्य समस्याएं: वेरिकोस वेन लेज़र/ग्लू एब्लेशन, प्रोस्टेट एवं फाइब्रॉइड एम्बोलाइज़ेशन, थायरॉयड RFA और ट्यूमर एब्लेशन पर विस्तृत चर्चा।

डे-केयर प्रक्रियाएं: फिस्टुलोप्लास्टी, डायलिसिस एक्सेस, PTBD, ड्रेनेज जैसी डे-केयर प्रक्रियाओं पर अपडेट और प्रशिक्षण।

इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट डॉ. निशांत भार्गव के अनुसार, यह सम्मेलन मरीजों तक बेहतर और सुरक्षित उपचार पहुँचाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा, क्योंकि इससे स्थानीय डॉक्टरों को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार प्रशिक्षित होने का अवसर मिलेगा।