IIM इंदौर में यौन उत्पीड़न का आरोप, ABVP ने निदेशक हिमांशु राय को हटाने की मांग को लेकर किया प्रदर्शन

इंदौर: देश के प्रतिष्ठित भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) इंदौर में एक बार फिर गंभीर विवाद सामने आया है। संस्थान की एक महिला कर्मचारी द्वारा एक वरिष्ठ अधिकारी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए जाने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ABVP ने IIM निदेशक हिमांशु राय पर आरोपी को बचाने का आरोप लगाते हुए परिसर के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया और उन्हें तत्काल पद से हटाने की मांग की।

मंगलवार को ABVP के दर्जनों कार्यकर्ता IIM इंदौर के मुख्य द्वार पर एकत्र हुए और संस्थान प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने निदेशक को हटाने और आरोपी अधिकारी को बर्खास्त करने की मांग करते हुए एक ज्ञापन भी सौंपा। इस प्रदर्शन के कारण संस्थान के आसपास तनाव का माहौल बन गया।

निदेशक पर आरोपी को बचाने का आरोप

ABVP के महानगर मंत्री घनश्याम सिंह पटेल के अनुसार, पीड़ित महिला कर्मचारी ने अपनी शिकायत संस्थान के निदेशक हिमांशु राय से की थी। लेकिन, आरोप है कि निदेशक ने मामले में कोई ठोस कार्रवाई करने के बजाय, कथित तौर पर महिला कर्मचारी पर ही शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाया। ABVP का दावा है कि निदेशक जानबूझकर आरोपी अधिकारी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे संस्थान की छवि धूमिल हो रही है।

ABVP की प्रमुख मांगें

प्रदर्शनकारियों ने निदेशक को सौंपे गए ज्ञापन में अपनी मांगें स्पष्ट रूप से रखी हैं। उनकी पहली और सबसे प्रमुख मांग निदेशक हिमांशु राय को तत्काल पद से हटाने की है। इसके साथ ہی उन्होंने आरोपी वरिष्ठ अधिकारी को तत्काल सेवा से बर्खास्त करने, पूरे मामले की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच कराने और संस्थान में छात्राओं एवं महिला कर्मचारियों के लिए एक सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने की भी मांग की ہے।

“IIM जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में इस तरह की घटना शर्मनाक है। निदेशक खुद आरोपी को बचा रहे हैं। अगर हमारी मांगें पूरी नहीं हुईं तो हम इस आंदोलन को और उग्र करेंगे और इसे राष्ट्रीय स्तर पर ले जाएंगे।” — घनश्याम सिंह पटेल, महानगर मंत्री, ABVP

आंदोलन तेज करने की चेतावनी

ABVP ने साफ तौर पर चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर तत्काल कार्रवाई नहीं की गई तो वे अपना आंदोलन और तेज करेंगे। घनश्याम सिंह पटेल ने कहा कि वे इस पूरे मामले की शिकायत केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और राष्ट्रपति से भी करेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक पीड़ित को न्याय نہیں ملتا और आरोपी पर कार्रवाई नहीं होती, तब تک उनका संघर्ष जारी रहेगा।

ABVP नेताओं ने यह भी आरोप लगाया है कि यह पहली बार नहीं है जब उक्त अधिकारी पर इस तरह के आरोप लगे ہیں। उनका दावा है कि इससे पहले भी अधिकारी के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायतें आई थीं, लेकिन प्रबंधन ने हर बार मामले को कथित तौर पर दबा दिया। इस पूरे घटनाक्रम ने IIM इंदौर की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए ہیں। फिलहाल, संस्थान प्रबंधन की ओर से इन आरोपों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।