राजगढ़: बहुप्रतीक्षित भोपाल-रामगंजमंडी नई रेल लाइन परियोजना ने रफ्तार पकड़ ली है। गुरुवार को पश्चिम मध्य रेलवे (WCR) की महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय ने राजगढ़ पहुंचकर नवनिर्मित रेलवे स्टेशन और ट्रैक का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को मार्च 2025 तक हर हाल में काम पूरा कर ट्रेनों का संचालन शुरू करने का लक्ष्य दिया है।
यह रेल लाइन मालवा क्षेत्र के विकास के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि यह राजगढ़ जिले को सीधे राज्य की राजधानी भोपाल से जोड़ेगी। इस परियोजना के पूरा होने से क्षेत्र के लाखों लोगों को आवागमन में बड़ी सुविधा मिलेगी।
स्टेशन पर सुविधाओं का लिया जायजा
महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय अपनी विशेष ट्रेन से राजगढ़ स्टेशन पहुंचीं। यहां उन्होंने स्टेशन की मुख्य इमारत, प्लेटफॉर्म, यात्री प्रतीक्षालय, शौचालय और सर्कुलेटिंग एरिया का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने प्लेटफॉर्म की ऊंचाई, टाइल्स की गुणवत्ता और दिव्यांगों के लिए उपलब्ध सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया। जीएम ने काम की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया लेकिन बचे हुए कार्यों को तेजी से और गुणवत्ता के साथ पूरा करने के सख्त निर्देश दिए।
मोटर ट्रॉली से ट्रैक का निरीक्षण
स्टेशन का जायजा लेने के बाद जीएम ने राजगढ़ से ब्यावरा के बीच मोटर ट्रॉली पर बैठकर ट्रैक का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने रेलवे ट्रैक की गुणवत्ता, स्लीपर, वेल्डिंग और अन्य तकनीकी पहलुओं की गहन जांच की। उनके साथ भोपाल मंडल के डीआरएम देवाशीष त्रिपाठी समेत रेलवे के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे, जिन्हें उन्होंने जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
3000 करोड़ की परियोजना बदलेगी क्षेत्र की तस्वीर
भोपाल-रामगंजमंडी रेल लाइन लगभग 262 किलोमीटर लंबी है और इसकी अनुमानित लागत 3000 करोड़ रुपये से अधिक है। इस लाइन पर राजगढ़ एक प्रमुख स्टेशन के रूप में विकसित हो रहा है। इस लाइन के शुरू होने से राजगढ़, ब्यावरा और आसपास के निवासियों को भोपाल और कोटा जाने के लिए सीधी ट्रेन कनेक्टिविटी मिल जाएगी, जिससे समय और धन दोनों की बचत होगी। यह परियोजना व्यापार और उद्योग के लिए भी नए रास्ते खोलेगी।