इंदौर: शहर के प्रसिद्ध रणजीत हनुमान मंदिर में हर साल आयोजित होने वाली भव्य प्रभातफेरी को लेकर तैयारियां अब अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। मंगलवार को आयोजन समिति ने प्रभातफेरी में शामिल होने वाले मुख्य रथ और अन्य झांकियों का अंतिम तकनीकी परीक्षण पूरा कर लिया। इस दौरान रथों की गति, लाइट और साउंड सिस्टम की जांच की गई।
मंदिर प्रबंधन का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि शोभायात्रा के दौरान किसी भी तरह की कोई तकनीकी खामी न हो और आयोजन सुचारू रूप से संपन्न हो। इस वार्षिक आयोजन में लाखों की संख्या में श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं, जिसके चलते इसे लेकर काफी उत्साह का माहौल है।
रथों और झांकियों का हुआ अंतिम परीक्षण
प्रभातफेरी के मुख्य आकर्षण भगवान हनुमान का रथ और विभिन्न प्रसंगों पर आधारित झांकियां होती हैं। कारीगरों और तकनीशियनों की एक टीम ने इन सभी का बारीकी से निरीक्षण किया। परीक्षण के दौरान रथों को मंदिर परिसर में चलाकर देखा गया और उनकी गति एवं संतुलन को परखा गया। इसके साथ ही, झांकियों में लगी लाइट्स और साउंड सिस्टम को भी अंतिम रूप दिया गया ताकि वे यात्रा के दौरान प्रभावी दिखें।
श्रद्धालुओं में उत्साह का माहौल
रणजीत हनुमान मंदिर की प्रभातफेरी इंदौर के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक मानी जाती है। इस दिन शहर के कोने-कोने से भक्तगण दर्शन के लिए उमड़ते हैं। शोभायात्रा के मार्ग पर भक्तों की भारी भीड़ रहती है। तैयारियों की खबर सामने आने के बाद से ही श्रद्धालुओं में इसे लेकर उत्साह और बढ़ गया है। लोग इस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
प्रशासन और समिति की तैयारी
लाखों की भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रबंधन समिति और स्थानीय प्रशासन मिलकर सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम कर रहे हैं। शोभायात्रा के मार्ग पर ट्रैफिक डायवर्जन से लेकर भीड़ प्रबंधन तक की योजना बनाई जा रही है। समिति के सदस्यों का कहना है कि भक्तों की सुविधा और सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। जल्द ही आयोजन की अंतिम रूपरेखा भी जारी कर दी जाएगी।