मध्य प्रदेश में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण प्रदेश के कई जिलों में तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने ग्वालियर और चंबल संभाग के लिए घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। इन इलाकों में सुबह के समय दृश्यता (visibility) काफी कम हो गई है, जिससे यातायात व्यवस्था पर भी असर पड़ रहा है।
बीते 24 घंटों में ग्वालियर, दतिया और भिंड जैसे जिलों में कोहरा इतना घना था कि विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम रह गई। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के असर और नमी के कारण अभी कोहरे की स्थिति बनी रहेगी। भोपाल और इंदौर जैसे बड़े शहरों में भी रात के तापमान में गिरावट देखी जा रही है, जिससे ठिठुरन बढ़ गई है।
ग्वालियर-चंबल में कोहरे का ‘येलो अलर्ट’
मौसम केंद्र भोपाल ने विशेष रूप से ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग के जिलों में मध्यम से घने कोहरे की चेतावनी जारी की है। कोहरे के कारण सुबह के समय वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही हैं। प्रशासन ने लोगों से वाहन चलाते समय सावधानी बरतने और फॉग लाइट का उपयोग करने की अपील की है।
प्रमुख शहरों का हाल
राजधानी भोपाल में भी सुबह हल्की धुंध देखी गई, लेकिन दिन चढ़ने के साथ मौसम साफ हो गया। हालांकि, ठंडी हवाओं ने दिन के तापमान को भी प्रभावित किया है। इंदौर, उज्जैन और जबलपुर में भी न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे चल रहा है। पचमढ़ी और नौगांव जैसे हिल स्टेशनों पर पारा काफी नीचे लुढ़क चुका है, जहां रातें बेहद सर्द हो गई हैं।
आगामी 24 घंटों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 से 48 घंटों के दौरान प्रदेश के न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की और गिरावट हो सकती है। उत्तर-पूर्वी हवाओं का जोर रहने से रात की ठंडक और बढ़ेगी। हालांकि, दिन में धूप निकलने से थोड़ी राहत मिल सकती है, लेकिन शाम होते ही सर्दी का असर तेज हो जाएगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में ठंड अपने चरम पर होगी। अभी तक कड़ाके की ठंड का जो दौर शुरू हुआ है, वह आने वाले दिनों में और तीखा हो सकता है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे पाले की संभावना को देखते हुए अपनी फसलों की निगरानी रखें।