मुंबई-इंदौर इंडिगो फ्लाइट रद्द, यात्रियों को दो घंटे विमान में बैठाए रखा, तकनीकी खराबी का हवाला दिया

मुंबई एयरपोर्ट पर इंडिगो एयरलाइंस की एक फ्लाइट को लेकर यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। मुंबई से इंदौर आने वाली इंडिगो की उड़ान संख्या 6E 5244 को तकनीकी खराबी के चलते रद्द कर दिया गया। लेकिन फ्लाइट रद्द होने से पहले यात्रियों को जो अनुभव मिला, उसे लेकर उन्होंने काफी नाराजगी जाहिर की है।

जानकारी के अनुसार, यह फ्लाइट अपने निर्धारित समय पर उड़ान भरने के लिए तैयार थी। सभी यात्री बोर्डिंग पूरी करके अपनी सीटों पर बैठ चुके थे। यात्रियों का आरोप है कि उन्हें विमान के अंदर करीब दो घंटे तक बैठाए रखा गया। इस दौरान विमान का एयर कंडीशनिंग (AC) सिस्टम भी ठीक से काम नहीं कर रहा था, जिससे यात्रियों को घुटन और गर्मी का सामना करना पड़ा।

दो घंटे के इंतजार के बाद रद्दीकरण की घोषणा

विमान में बैठे यात्रियों को उम्मीद थी कि तकनीकी दिक्कत जल्द दूर हो जाएगी और वे इंदौर के लिए रवाना होंगे। हालांकि, लगभग दो घंटे के इंतजार के बाद एयरलाइंस के स्टाफ ने घोषणा की कि तकनीकी कारणों से उड़ान को रद्द किया जा रहा है। इस घोषणा के बाद यात्रियों में आक्रोश फैल गया। कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर वीडियो और फोटो साझा कर अपनी नाराजगी व्यक्त की।

यात्रियों ने लगाए लापरवाही के आरोप

यात्रियों का कहना है कि अगर फ्लाइट में कोई गंभीर तकनीकी समस्या थी, तो उन्हें पहले ही सूचित किया जाना चाहिए था। विमान के अंदर बिना वेंटिलेशन के घंटों बैठे रहने से बुजुर्गों और बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानी हुई। यात्रियों ने एयरलाइन प्रबंधन पर लापरवाही और खराब संचार का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि उन्हें समय पर सही जानकारी नहीं दी गई, जिससे वे मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान हुए।

वैकल्पिक व्यवस्था और रिफंड

फ्लाइट रद्द होने के बाद एयरलाइंस ने यात्रियों को विमान से नीचे उतारा। इसके बाद कुछ यात्रियों को दूसरी उड़ानों में समायोजित करने की बात कही गई, जबकि अन्य को रिफंड का विकल्प दिया गया। हालांकि, अंतिम समय में यात्रा रद्द होने से कई लोगों के जरूरी काम प्रभावित हुए हैं। इंदौर आने वाले कई यात्रियों को मुंबई में ही रुकना पड़ा या अन्य महंगा विकल्प चुनना पड़ा।

विमानन क्षेत्र में बढ़ती घटनाएं

हाल के दिनों में विमानन कंपनियों द्वारा उड़ानों में देरी और रद्दीकरण की घटनाएं आम हो गई हैं। डीजीसीए के सख्त नियमों के बावजूद यात्रियों को अक्सर ऐसी स्थितियों का सामना करना पड़ता है। तकनीकी खराबी एक सामान्य कारण है, लेकिन यात्रियों को संभालने का तरीका अक्सर सवालों के घेरे में रहता है।