भोपाल में IAS सर्विस मीट: सीएम मोहन यादव बोले- अधिकारियों की वजह से देश की अलग पहचान, मोदी सरकार में रिटायरमेंट के बाद भी टैलेंट की कद्र

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित आईएएस सर्विस मीट (IAS Service Meet) में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रशासनिक अधिकारियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने नौकरशाही की भूमिका, सरदार वल्लभ भाई पटेल के योगदान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली पर विस्तार से चर्चा की। सीएम ने कहा कि वे बड़े गर्व और गौरव के साथ यह बात कह रहे हैं कि सरदार पटेल की दूरगामी सोच के चलते ही देश में यह प्रशासनिक प्रक्रिया बन पाई है।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को लोकतंत्र की रीढ़ बताते हुए कहा कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के लिए आप सभी बहुत जरूरी हैं। सरकार के कामकाज को आप लोग पूरी लगन और निष्ठा के साथ अंजाम देते हैं। आजादी के बाद जब रियासतों और राजा-महाराजाओं का दौर खत्म हो रहा था, तब संशय था कि यह प्रशासनिक व्यवस्था चल पाएगी या नहीं। उस दौर में एक-दो घटनाएं भी हुईं, यहां तक कि एक हत्या जैसी घटना भी घटी, लेकिन यह सिस्टम मजबूत बना रहा।

अधिकारियों की वजह से देश की अलग पहचान

सीएम मोहन यादव ने कहा कि आज अगर पूरे देश में हमारी अलग पहचान है, तो उसका बड़ा श्रेय अधिकारियों को जाता है। उन्होंने स्वामी विवेकानंद की भविष्यवाणी का जिक्र करते हुए कहा कि विवेकानंद जी ने कहा था कि अगली शताब्दी भारत की होगी। हालांकि, 10-15 साल पहले देश का माहौल ऐसा नहीं था। उस वक्त चारों तरफ निराशा का भाव था। लेकिन आज के हालात देखकर लगता है कि महापुरुषों की वह भविष्यवाणी अब सच हो रही है।

उन्होंने कहा कि आज भारत की पूरे विश्व में एक अलग साख है और हर देश भारत के साथ मित्रता करना चाहता है। सरकार का मतलब केवल केंद्र या राज्य सरकार नहीं, बल्कि वह प्रशासनिक तंत्र भी है जो नीतियों को धरातल पर उतारता है।

पीएम मोदी घर से बुलाकर काम कराते हैं

अधिकारियों की क्षमता और टैलेंट की कद्र पर बात करते हुए सीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उदाहरण दिया। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल का जिक्र किया।

“मोदी जी तो आप लोगों को घर से बुलाकर काम कराते हैं। अजीत डोभाल जी को देखिए, वे रिटायर हो गए थे। मनमोहन सरकार के समय वे सेवा में नहीं थे, लेकिन मोदी जी ने उन्हें बुलाया और एनएसए जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी।” — मोहन यादव, मुख्यमंत्री

गरीबों के लिए काम करते हैं अधिकारी

अपने संबोधन के अंत में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के धैर्य की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि आप लोग गरीबों के कल्याण के लिए लगातार काम करते हैं और मुझे पूरी आशा है कि आगे भी अच्छा काम करते रहेंगे। प्रशासनिक सेवा में कई तरह की चुनौतियां आती हैं, लेकिन आप लोग महापुरुषों की तरह हर चीज को झेलते हुए अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ते हैं।