इंदौर के राऊ में ब्लैक पैंथर की आशंका! 12 साल के बच्चे ने फोटो खींची, वन विभाग ने शुरू की सर्चिंग

इंदौर के राऊ क्षेत्र में एक दुर्लभ वन्यजीव की मौजूदगी की चर्चा ने हड़कंप मचा दिया है। यहां के केट रोड स्थित एक बस्ती में ब्लैक पैंथर (काला तेंदुआ) देखे जाने का दावा किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो और फोटो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे लेकर कहा जा रहा है कि यह इसी इलाके का है।

इस पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पैंथर की तस्वीर 12 साल के एक बच्चे ने खींचने का दावा किया है। शुरुआती तकनीकी जांच में, जिसमें एआई और डीपफेक एक्सपर्ट्स की मदद ली गई, फोटो को ओरिजिनल बताया जा रहा है। हालाकि, वन विभाग के अधिकारी अभी भी पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं और ब्लैक पैंथर की मौजूदगी की आधिकारिक पुष्टि करने से बच रहे हैं।

वन विभाग ने शुरू किया सर्च ऑपरेशन

ब्लैक पैंथर की खबर फैलते ही वन विभाग हरकत में आ गया है। प्रशिक्षु रेंजर पायल शर्मा के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। जिस जगह पर पैंथर देखे जाने की बात कही गई है, वहां सघन सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है। एहतियात के तौर पर बस्ती में निगरानी बढ़ा दी गई है और स्थानीय निवासियों से सतर्क रहने की अपील की गई है।

बच्चे के बयानों में विरोधाभास

वन विभाग की टीम उस 12 वर्षीय बच्चे से भी पूछताछ कर रही है, जिसने फोटो खींचने का दावा किया है। अधिकारियों के मुताबिक, पूछताछ के दौरान बच्चा बार-बार अपने बयान बदल रहा है। इस वजह से घटना की वास्तविकता का पता लगाने में देरी हो रही है। वन कर्मचारी बच्चे के अलावा उसके माता-पिता, पड़ोसियों और बस्ती के अन्य लोगों से भी जानकारी जुटा रहे हैं। विभाग यह भी जांच रहा है कि कहीं यह फोटो किसी और स्थान का तो नहीं है।

मध्यप्रदेश में दुर्लभ है ब्लैक पैंथर

वन्यजीव विशेषज्ञों के अनुसार, मध्यप्रदेश में ब्लैक पैंथर का दिखना एक बेहद दुर्लभ घटना मानी जाती है। वन विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक, अब तक प्रदेश में ब्लैक पैंथर केवल सिवनी मालवा के जंगलों में ही देखा गया है। सिवनी के पेंच टाइगर रिजर्व को ‘द जंगल बुक’ के मोगली की धरती माना जाता है और वहां यह जीव ‘बघीरा’ के नाम से प्रसिद्ध है।

यदि इंदौर जैसे शहरी क्षेत्र के पास इसकी मौजूदगी की पुष्टि होती है, तो यह प्रदेश के वन्यजीव इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना होगी। फिलहाल वन विभाग हर पहलू की बारीकी से जांच कर रहा है ताकि लोगों में फैला डर दूर किया जा सके और वन्यजीव की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।