भोपाल मेट्रो का जल्द होगा शुभारंभ, फर्स्ट राइड पर चुकाने होंगे इतने पैसे

मध्य प्रदेश में इंदौर के बाद अब राजधानी भोपाल में भी मेट्रो सेवा शुरू होने जा रही है। हालांकि, इंदौर की तरह भोपाल के यात्रियों को न तो फ्री जॉय राइड का लाभ मिलेगा और न ही शुरुआती महीनों में किराए में किसी तरह की छूट दी जाएगी। भोपाल मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों को पहले ही दिन से पूरा किराया चुकाना होगा। मेट्रो का शेड्यूल और किराया संरचना भी आधिकारिक रूप से जारी कर दी गई है, जिससे यात्रियों को पहले से ही अपनी यात्रा की योजना बनाने में आसानी होगी।

20 दिसंबर को उद्घाटन, 21 से आम जनता के लिए सेवा

भोपाल मेट्रो का औपचारिक उद्घाटन 20 दिसंबर को केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर और मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा किया जाएगा। इसके अगले ही दिन यानी 21 दिसंबर से आम नागरिक मेट्रो में सफर कर सकेंगे। मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के अनुसार, एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक पहुंचने में लगभग 3 से 4 मिनट का समय लगेगा, जिससे शहर के भीतर यात्रा काफी तेज और सुविधाजनक हो जाएगी।

मेट्रो का समय और संचालन व्यवस्था

मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर एस. कृष्णा चैतन्य के मुताबिक, शुरुआती दौर में भोपाल मेट्रो सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक संचालित होगी। यह समय भविष्य में यात्रियों की संख्या और जरूरत को देखते हुए बढ़ाया भी जा सकता है। फिलहाल मेट्रो का संचालन सुभाष नगर से एम्स–साकेत नगर के बीच किया जाएगा।

सुभाष नगर से एम्स तक कुल 17 राइड

इस रूट पर कुल 17 मेट्रो राइड शामिल होंगी। इनमें से 9 राइड सुभाष नगर से एम्स की ओर जाएंगी, जबकि 8 राइड एम्स से सुभाष नगर की दिशा में चलेंगी। शुरुआत में केवल एक ही ट्रेन चलाई जाएगी, लेकिन जैसे-जैसे यात्रियों की संख्या बढ़ेगी, वैसे-वैसे ट्रेनों की संख्या भी बढ़ाई जा सकती है। पहले फेज में भोपाल के लिए कुल 27 मेट्रो ट्रेनें प्रस्तावित हैं, जिनमें से 8 ट्रेनें पहले ही डिपो तक पहुंच चुकी हैं।

भोपाल मेट्रो का किराया ढांचा

भोपाल मेट्रो का किराया अन्य शहरों में चल रही मेट्रो सेवाओं के समान ही रखा गया है। शुरुआती दो स्टेशनों तक सफर करने पर यात्रियों को 20 रुपये किराया देना होगा। अगर यात्रा 3 से 5 स्टेशनों की है, तो किराया 30 रुपये तय किया गया है। वहीं 6 से 8 स्टेशनों तक के सफर के लिए 40 रुपये देने होंगे। यह किराया लगभग 7.5 किलोमीटर की दूरी के लिए लागू होगा। भविष्य में जब मेट्रो सेवा एम्स से करोंद तक विस्तारित होगी, तब किराया बढ़कर 70 रुपये तक पहुंच सकता है।

भोपाल में फ्री जॉय राइड क्यों नहीं?

भोपाल मेट्रो में फ्री जॉय राइड न दिए जाने को लेकर अधिकारियों ने स्थिति स्पष्ट की है। उनका कहना है कि इंदौर राज्य का पहला शहर था, जहां मेट्रो सेवा की शुरुआत हुई थी। इसी वजह से वहां यात्रियों को एक हफ्ते तक मुफ्त यात्रा और उसके बाद तीन महीने तक किराए में छूट दी गई थी। भोपाल में मेट्रो सेवा पहले से ही स्थापित मॉडल के तहत शुरू की जा रही है, इसलिए यहां किसी भी प्रकार की फ्री या डिस्काउंटेड यात्रा की योजना नहीं बनाई गई है।

पार्किंग को लेकर क्या है स्थिति?

भोपाल और इंदौर दोनों शहरों के लिए तैयार की गई डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) में मेट्रो स्टेशनों के पास पार्किंग की व्यवस्था को शामिल नहीं किया गया था। हालांकि, इस मुद्दे पर अब पुनर्विचार किया जा रहा है। एमडी एस. कृष्णा चैतन्य के अनुसार, हर मेट्रो स्टेशन के पास सीमित पार्किंग के लिए स्थान चिन्हित किया जा रहा है। यहां लगभग 15 से 20 चार पहिया और 30 से 35 दो पहिया वाहन खड़े किए जा सकेंगे, जिससे यात्रियों को कुछ हद तक सुविधा मिल सकेगी।

भोपाल के लिए क्या बदलेगा?

भोपाल मेट्रो के शुरू होने से शहर के यातायात दबाव में कमी आने की उम्मीद है। रोजाना ऑफिस जाने वाले लोगों, छात्रों और आम यात्रियों को तेज, सुरक्षित और समय बचाने वाला विकल्प मिलेगा। हालांकि फ्री जॉय राइड न मिलने से कुछ लोगों को निराशा हो सकती है, लेकिन लंबी अवधि में यह सेवा राजधानी भोपाल के लिए एक बड़ा बदलाव साबित हो सकती है।