बहरीन में 16 दिसंबर को हुए एक प्राइवेट कबड्डी टूर्नामेंट में पाकिस्तानी खिलाड़ी उबैदुल्लाह राजपूत भारत की जर्सी पहनकर खेलने के कारण अचानक चर्चा में आ गए हैं। सोशल मीडिया पर उनका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे जीत के बाद भारतीय तिरंगा लहराते दिखाई देते हैं।
वीडियो सामने आते ही पाकिस्तान के खेल समुदाय में नाराजगी देखी गई और कई लोग राजपूत के खिलाफ आधिकारिक कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। दूसरी ओर, भारत में इस घटना को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उनकी तुलना चर्चा में चल रहे ‘धुरंधर’ फिल्म के किरदार से की जा रही है।
घटना को लेकर राजपूत ने सफाई दी है कि यह पूरी स्थिति अनजाने में बनी और उन्हें पहले से यह जानकारी नहीं थी कि टूर्नामेंट में उनकी टीम भारत के नाम से पंजीकृत है।
राजपूत की सफाई और माफी
मामला बढ़ने के बाद उबैदुल्लाह राजपूत ने सार्वजनिक रूप से कहा कि उनका इरादा किसी की भावनाएं आहत करना नहीं था।
“यह चूक अनजाने में हुई। मुझे पता नहीं था कि हमारी टीम भारत के नाम से खेल रही है। अगर किसी को बुरा लगा है, तो मैं दिल से माफी मांगता हूं। यह कोई इंटरनेशनल या वर्ल्ड कप टूर्नामेंट नहीं था, सिर्फ एक प्राइवेट प्रतियोगिता थी।” — उबैदुल्लाह राजपूत
राजपूत के मुताबिक, आयोजनकर्ताओं ने उन्हें और अन्य खिलाड़ियों को वहीं पर जर्सी उपलब्ध कराई थी और टीम के नाम के बारे में विस्तृत जानकारी पहले साझा नहीं की गई थी।
पाकिस्तान में विरोध, सोशल मीडिया पर बहस
पाकिस्तान में कई खिलाड़ियों और खेल प्रशंसकों ने उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वे इसे राष्ट्रीय पहचान के खिलाफ कदम बता रहे हैं।
हालांकि, कुछ यूजर्स का यह भी कहना है कि मामला अत्यधिक बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है, क्योंकि यह प्रतियोगिता किसी राष्ट्रीय टीम की ओर से नहीं, बल्कि निजी आयोजकों की ओर से आयोजित थी।
भारत में इस वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर एक अलग ही चर्चा चल रही है। कई यूजर्स ने उनकी तुलना वायरल हो रही ‘धुरंधर’ फिल्म की चर्चा से जोड़ते हुए कहा कि एक और ‘धुरंधर’ मैदान में उतर आया है।
टूर्नामेंट की प्रकृति को लेकर विवाद
कबड्डी खिलाड़ियों के मुताबिक, खाड़ी देशों में ऐसे कई निजी टूर्नामेंट आयोजित होते हैं, जिनमें विभिन्न देशों के खिलाड़ी मिश्रित टीमों के रूप में खेलते हैं। कई बार टीमों के नाम स्पॉन्सर्स या आयोजक तय कर देते हैं, जिससे भ्रम की स्थिति बन सकती है।
राजपूत ने यही बात दोहराते हुए कहा कि यह घटना किसी भी तरह से अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता का प्रतिनिधित्व नहीं करती और इसे जरूरत से ज्यादा तूल देना ठीक नहीं है।
फिलहाल पाकिस्तान कबड्डी संघ की ओर से आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन मामले को लेकर चर्चा जारी है।