सर्दियों का मौसम आते ही खान-पान की आदतों में बड़ा बदलाव देखने को मिलता है। इस मौसम में लोग अक्सर पानी कम पीते हैं और गर्म तासीर वाली या तली-भुनी चीजों का सेवन बढ़ा देते हैं। इसका सीधा असर पाचन तंत्र पर पड़ता है, जिससे पेट फूलना (ब्लोटिंग), गैस और एसिडिटी जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने के लिए केवल दवाओं पर निर्भर रहने के बजाय कुछ घरेलू और प्राकृतिक उपायों को अपनाया जा सकता है। रसोई में मौजूद साधारण मसालों से तैयार किए गए ड्रिंक्स न केवल शरीर को हाइड्रेटेड रखते हैं, बल्कि पेट की सूजन और गैस से भी तुरंत राहत दिला सकते हैं।
अदरक और नींबू की चाय
अदरक में जिंजरोल नामक तत्व पाया जाता है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है। यह पेट की सूजन को कम करने और पाचन एंजाइमों को सक्रिय करने में मदद करता है। इसे बनाने के लिए एक कप पानी में अदरक के टुकड़े डालकर उबालें। छानने के बाद इसमें थोड़ा नींबू का रस और शहद मिलाएं। यह ड्रिंक भोजन के बाद भारीपन को कम करने में बेहद प्रभावी है।
सौंफ का पानी
सौंफ के बीज पाचन के लिए सदियों से इस्तेमाल किए जा रहे हैं। इनमें ऐसे तेल होते हैं जो आंतों की मांसपेशियों को रिलैक्स करते हैं और गैस को बाहर निकालने में मदद करते हैं। एक चम्मच सौंफ को एक गिलास पानी में रात भर भिगो दें या इसे पानी में उबालकर पिएं। यह ड्रिंक ब्लोटिंग की समस्या में तुरंत आराम देता है।
जीरा वाटर
भारतीय रसोई में जीरा एक मुख्य मसाला है, जो पाचन क्रिया को तेज करने के लिए जाना जाता है। जीरा पानी मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और पेट की गैस को कम करता है। इसे तैयार करने के लिए एक चम्मच जीरा पानी में उबालें जब तक पानी का रंग न बदल जाए। इसे गुनगुना ही पिएं। यह एसिडिटी और अपच के लिए एक बेहतरीन डिटॉक्स ड्रिंक है।
पुदीना और अजवाइन का काढ़ा
अजवाइन में थाइमोल होता है, जो गैस्ट्रिक जूस के स्राव को बढ़ाता है और पाचन में सुधार करता है। वहीं, पुदीना पेट की मांसपेशियों को ठंडक पहुंचाता है। इन दोनों को मिलाकर बनाया गया काढ़ा पेट दर्द और गैस में रामबाण का काम करता है। पानी में थोड़ी अजवाइन और ताजी पुदीने की पत्तियां उबालकर इसे छान लें और सेवन करें।
गर्म पानी और हींग
हींग को आयुर्वेद में पाचन के लिए सबसे शक्तिशाली मसालों में से एक माना गया है। यदि पेट में बहुत अधिक गैस बन रही हो, तो एक चुटकी हींग को गर्म पानी में घोलकर पीने से तुरंत राहत मिलती है। यह आंतों में फंसी वायु को बाहर निकालने में मदद करता है और पेट के भारीपन को कम करता है।
इन घरेलू नुस्खों को अपनी दिनचर्या में शामिल करके सर्दियों में होने वाली पाचन संबंधी समस्याओं से बचा जा सकता है। हालांकि, यदि समस्या गंभीर हो या लगातार बनी रहे, तो चिकित्सक से परामर्श लेना आवश्यक है।