वाजपेयी की 100वीं जयंती पर ‘शून्य से शतक’ समारोह, उपराष्ट्रपति और सीएम ने 4 विभूतियों को दिया ‘अटल अलंकरण’

इंदौर में भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जन्म जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में ‘शून्य से शतक’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शनिवार को आयोजित इस गरिमामय समारोह में देश के उपराष्ट्रपति श्री सी.पी. राधाकृष्णन, मध्य प्रदेश के राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस अवसर पर अटल जी के विचारों, उनके राजनीतिक सफर और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को याद किया गया।

समारोह का मुख्य आकर्षण ‘अटल अलंकरण’ सम्मान रहा। अतिथियों ने साहित्य, राजनीति और खेल जगत की चार प्रतिष्ठित हस्तियों को इस सम्मान से नवाजा। इनमें प्रसिद्ध कवि श्री सत्यनारायण सत्तन, पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री सत्यनारायण जटिया, भारतीय क्रिकेट टीम चयन समिति के पूर्व चयनकर्ता श्री संजय जगदाले और सागर के श्री पारंग शुक्ला शामिल हैं।

आधुनिक भारत की नींव और सुशासन

समारोह को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति श्री सी.पी. राधाकृष्णन ने कहा कि अटल जी केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचार और मिशन थे। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना और दिल्ली मेट्रो जैसी पहलों का जिक्र करते हुए कहा कि अटल जी ने आधुनिक भारत की मजबूत नींव रखी थी।

“अटल जी संवाद, समावेशी विकास और मानवीय सुशासन में विश्वास रखते थे। सांसद, कवि और प्रधानमंत्री—हर भूमिका में उन्होंने सार्वजनिक विमर्श को गरिमा दी। उनके आदर्श आज भी राष्ट्र को दिशा दे रहे हैं।” — सी.पी. राधाकृष्णन, उपराष्ट्रपति

ग्वालियर में होगा 2 लाख करोड़ का निवेश

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में अटल जी को भारतीय राजनीति का ‘अजातशत्रु’ बताया। उन्होंने कहा कि अटल जी का व्यक्तित्व ऐसा था जिसने हर कालखंड में राजनीति को नई दिशा दी। मुख्यमंत्री ने एक अहम घोषणा करते हुए बताया कि 25 दिसंबर को अटल जी के जन्म शताब्दी वर्ष के समापन पर ग्वालियर में एक बड़ा आयोजन होगा। इस दौरान 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक के औद्योगिक निवेश और विकास कार्यों का भूमिपूजन व लोकार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।

नैतिकता का जीवंत दस्तावेज

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने अटल जी को एक ‘चलता-फिरता महाकाव्य’ बताया। उन्होंने कहा कि अटल जी का जीवन एक ऐसे ग्रंथ की तरह है, जिसका हर पन्ना नैतिकता और राष्ट्रधर्म की सीख देता है। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में अटल जी ने गठबंधन राजनीति के दौर में भी समन्वय के जो मानक स्थापित किए, वे भारतीय लोकतंत्र के लिए मील का पत्थर हैं।

पुस्तक और कैलेंडर का विमोचन

कार्यक्रम में अटल जी के जीवन पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। इसके अतिरिक्त, ‘सदा अटल महाग्रंथ’ के तीसरे संस्करण के कवर पेज और एक विशेष कैलेंडर का विमोचन हुआ। समारोह में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा भेजा गया शुभकामना संदेश भी पढ़ा गया।

इस अवसर पर नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, सांसद शंकर लालवानी और महापौर पुष्यमित्र भार्गव सहित कई गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।