अटल जयंती पर ग्वालियर में जुटेंगे दिग्गज, अमित शाह 2 लाख करोड़ की योजनाओं की देंगे सौगात

मध्य प्रदेश में औद्योगिक विकास को नई गति देने के लिए राज्य सरकार पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर एक बड़ा आयोजन करने जा रही है। आगामी 25 दिसंबर को अटल जी की 101वीं जयंती के अवसर पर ग्वालियर में ‘अभ्युदय मध्य प्रदेश ग्रोथ समिट’ का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह होंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए इस महत्वपूर्ण आयोजन की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह समिट न केवल अटल जी को समर्पित होगी, बल्कि प्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य को बदलने में भी अहम भूमिका निभाएगी। इस दौरान अमित शाह 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न औद्योगिक परियोजनाओं का एक साथ शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे।

ग्वालियर में सजेगा औद्योगिक महाकुंभ

ग्वालियर, जो कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मस्थली भी है, इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का गवाह बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल जी की जयंती को देश भर में ‘सुशासन दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इसी भावना के अनुरूप, राज्य सरकार ने इस दिन को औद्योगिक निवेश और रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए चुना है।

सीएम यादव ने बताया कि अमित शाह इस समिट में विशेष रूप से शामिल होने आ रहे हैं। उनके हाथों प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में स्थापित होने वाली या पूरी हो चुकीं परियोजनाओं की शुरुआत होगी। यह एक साथ इतनी बड़ी राशि की परियोजनाओं का शुभारंभ प्रदेश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

अटल जी को समर्पित होगा आयोजन

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पूर्व प्रधानमंत्री को याद करते हुए कहा कि यह कॉन्फ्रेंस पूरी तरह से अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित रहेगी। उन्होंने कहा कि अटल जी एक ऐसी महान शख्सियत थे, जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन भारतीय लोकतंत्र की सेवा में लगा दिया।

“अटल जी चाहे सरकार में रहे हों या विपक्ष में, उन्होंने हमेशा अपनी एक अमिट छाप छोड़ी। उनका जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।” — डॉ. मोहन यादव, मुख्यमंत्री, मध्य प्रदेश

राज्य सरकार का मानना है कि इस समिट के जरिए न सिर्फ ग्वालियर-चंबल संभाग बल्कि पूरे मध्य प्रदेश में निवेश का माहौल बनेगा। सरकार का फोकस औद्योगिकीकरण के जरिए रोजगार के नए अवसर पैदा करने पर है। इस समिट में देश के कई बड़े उद्योगपतियों और निवेशकों के शामिल होने की भी संभावना है।