नववर्ष 2025 के स्वागत के लिए मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल ओंकारेश्वर में तैयारियां जोरों पर हैं। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक, ओंकारेश्वर में नए साल के मौके पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। स्थानीय प्रशासन और मंदिर प्रबंधन ने भीड़ को नियंत्रित करने और दर्शन व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए कमर कस ली है।
हर साल की तरह इस बार भी 31 दिसंबर और 1 जनवरी को यहां लाखों की संख्या में भक्त भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए पहुंचेंगे। इसे देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की जा रही है। नर्मदा नदी के घाटों पर भी विशेष निगरानी रखी जाएगी ताकि स्नान के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो।
प्रशासन की विशेष तैयारियां
खंडवा जिला प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन के लिए बैरिकेडिंग और कतारबद्ध दर्शन की योजना बनाई है। वाहनों की पार्किंग के लिए शहर के बाहर विशेष स्थल चिन्हित किए गए हैं ताकि मुख्य मार्ग पर जाम की स्थिति न बने। इसके अलावा, सीसीटीवी कैमरों के जरिए पूरे क्षेत्र की निगरानी की जाएगी। स्वास्थ्य सेवाओं को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है।
श्रद्धालुओं के लिए निर्देश
मंदिर ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें और प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें। बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए अलग से व्यवस्था करने का प्रयास किया जा रहा है। ठंड के मौसम को देखते हुए रैन बसेरों और अलाव की व्यवस्था भी की जा रही है।
धार्मिक पर्यटन का केंद्र
ओंकारेश्वर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह प्राकृतिक सौंदर्य का भी केंद्र है। नर्मदा नदी के तट पर स्थित यह ज्योतिर्लिंग देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करता है। नए साल पर यहां का माहौल भक्तिमय और उत्साह से भरा होता है। प्रशासन का उद्देश्य है कि आने वाले सभी श्रद्धालु सुखद अनुभव के साथ वापस लौटें।