केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह 25 फरवरी को मध्य प्रदेश के एक दिवसीय दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे ग्वालियर और रीवा में आयोजित विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। उनके दौरे को लेकर प्रशासन और पुलिस ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं।
गृह मंत्री के इस दौरे को राजनीतिक और विकासात्मक दोनों नजरिए से अहम माना जा रहा है। ग्वालियर में जहां वे पार्टी संगठन को मजबूती देने के लिए बैठक करेंगे, वहीं रीवा में औद्योगिक विकास और कृषि पर केंद्रित कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।
ग्वालियर में प्रदेश कार्यसमिति की बैठक
अमित शाह सबसे पहले ग्वालियर पहुंचेंगे। यहां वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करेंगे। इस बैठक में प्रदेश भर के वरिष्ठ भाजपा नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल होंगे। माना जा रहा है कि इस संबोधन में वे आगामी रणनीतियों और संगठनात्मक विषयों पर चर्चा करेंगे।
रीवा में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव
ग्वालियर के बाद अमित शाह रीवा के लिए रवाना होंगे। रीवा में वे ‘रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव’ में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य विंध्य क्षेत्र में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देना और रोजगार के नए अवसर सृजित करना है। सरकार का प्रयास है कि इस क्षेत्र में बड़े उद्योग स्थापित हों, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिले।
प्राकृतिक खेती और गोपालन पर जोर
रीवा में ही गृह मंत्री एक और महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भाग लेंगे। वे कुशाभाऊ ठाकरे ऑडिटोरियम में आयोजित प्राकृतिक खेती और गोपालन पर आधारित कार्यशाला और प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगे। इस कार्यक्रम में जन अभियान परिषद की प्रस्फुटन समितियों के सदस्य और प्राकृतिक खेती करने वाले किसान बड़ी संख्या में मौजूद रहेंगे।
इस दौरान अमित शाह किसानों को प्राकृतिक खेती के लाभ और गोपालन के महत्व पर संबोधित भी कर सकते हैं। केंद्र सरकार लगातार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है, और यह कार्यक्रम उसी दिशा में एक कदम है।
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
गृह मंत्री के दौरे के मद्देनजर ग्वालियर और रीवा दोनों शहरों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। स्थानीय पुलिस प्रशासन के साथ-साथ केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने भी मोर्चा संभाल लिया है। कार्यक्रम स्थलों और उनके आगमन मार्गों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। ट्रैफिक डायवर्जन के प्लान भी तैयार किए गए हैं ताकि आम जनता को कम से कम परेशानी हो।
पिछला दौरा और संदर्भ
इससे पहले भी अमित शाह मध्य प्रदेश के कई दौरों पर आ चुके हैं। विधानसभा चुनावों के दौरान उन्होंने राज्य के अलग-अलग हिस्सों में कई रैलियां की थीं। अब लोकसभा चुनाव के बाद और राज्य में नई सरकार के गठन के बाद उनका यह दौरा संगठन और विकास कार्यों को गति देने के लिहाज से महत्वपूर्ण है।