Sawan 2023 : श्रावण मास देवों के देव भगवान शंकर को बेहद प्रिय है। इस पावन माह में देवादि देव महादेव की भक्ति और आराधना करके विशेष वरों की प्राप्ति होती है। इतना ही नहीं सावन के महीने को भगवान शिव की पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। भगवान शिव के श्रद्धालु उन्हें खुश करने के लिए कई तरीके अपनाते हैं। पूजा-अर्चना के अतिरिक्त व्रत रखना भी बहुत शुभ माना जाता है। सावन के महीने में शिवलिंग पर चंदन का लेप लगा कर जगत के प्राणियों को भगवान भोलेनाथ शांत चित्त रहने का संदेश देते हैं।
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर मास के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का व्रत रखा जाता है। कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहा जाता है। इस दिन भगवान गणेश की विधिवत पूजा करने के साथ व्रत रखने का विधान है। सावन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि का विशेष महत्व है, क्योंकि 16 अगस्त को अधिक मास समाप्त हो जाएगा और उसके बाद से फिर श्रावण मास आरंभ हो जाएगा। जानिए सावन विनायक चतुर्थी की तिथि, शुभ मुहूर्त, योग और महत्व।
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सावन विनायक चतुर्थी 2023 तिथि
सावन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि आरंभ- 19 अगस्त को रात 10 बजकर 19 मिनट पर शुरू
सावन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि समाप्त- 20 अगस्त की देर रात 12 बजकर 21 मिनट पर होगा
सावन विनायक चतुर्थी तिथि- उदया तिथि के आधार पर सावन विनायक चतुर्थी का व्रत 20 अगस्त, रविवार को रखा जाएगा।