सूर्य और पृथ्वी : किसका जन्म पहले हुआ? जानें एस्ट्रोनॉमिकल दृष्टिकोण

Sun and Earth: Who was born first: यह प्रश्न भौतिक विज्ञान, खगोलशास्त्र, और आस्था के प्रति विचार करने वाले लोगों के लिए हमेशा से रहा है। कुछ धारणाएँ इस प्रश्न का समाधान देती हैं, जबकि कुछ लोग इसे एक आध्यात्मिक दृष्टिकोण से देखते हैं।

खगोलशास्त्र (astronomy) की दृष्टि से

खगोलशास्त्र (astronomy) के अनुसार, सूर्य और पृथ्वी एक ही सौरमंडल (सौर सिस्टम) के हिस्से हैं, जिसमें सूर्य सिर्फ़ 45 करोड़ साल पहले जन्मा था। सूर्य, पृथ्वी और अन्य ग्रहों का जन्म बिल्कुल हम सोचते हैं और इसके लिए बहुत कुछ अध्ययन किया जा चुका है।

आध्यात्मिक दृष्टिकोण से

कुछ धार्मिक और आध्यात्मिक परंपराओं में, सूर्य को ब्रह्मा का पुत्र माना जाता है, जिसका अर्थ होता है “सृष्टिकर्ता”। इस परंपरा के अनुसार, सूर्य पृथ्वी की सर्वोपरि सृष्टि करने वाला दिव्य शक्ति है।

वैज्ञानिक प्रमाण

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, सूर्य का जन्म पृथ्वी के जन्म से पहले हुआ है। सूर्य को एक तारा या नक्षत्र माना जाता है, जो कि हमारे सौरमंडल का हिस्सा है। सूर्य की जननी वायुमंडल में गैसों और धूल की एक घनी बादल होती है, जिसका गुब्बार गुब्बार होकर बड़ता है और अंत में ग्रविटेशन के कारण सब कुछ एक साथ आकर्षित हो जाता है, जिससे सूर्य का जन्म होता है।

खगोलशास्त्र के अनुसार, सूर्य और पृथ्वी दोनों का जन्म सौरमंडल के हिस्से के रूप में हुआ है, लेकिन सूर्य का जन्म पृथ्वी के जन्म से कुछ करोड़ साल पहले हुआ है।