स्वतंत्र समय, ब्यावरा
नरसिंहगढ़ के पत्रकार साथी योगेश मैथिल की मौत पर मध्य प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ जिला इकाई राजगढ़ ने आक्रोष व्यक्त करते हुए गुरूवार को कलेक्टर हर्ष दीक्षित को ज्ञापन सौंपा। मध्य प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ ने नरसिंहगढ़ अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अंशुमन राज की अवैधानिक कार्रवाई और धमकी से मानसिक प्रताडि़त पत्रकार योगेश मैथिल की मृत्यु मामले की न्यायिक जांच और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है। कलेक्टोरेट के सभा हाल में संघ के पत्रकारों ने अपने ज्ञापन में उल्लेख किया कि लंकापुरी, नरसिंहगढ़ में निवासरत पत्रकार साथी योगेश मैथिल की मंगलवार रात को भोपाल के बंसल अस्पताल में ब्रेन हेमरेज से ईलाज के दौरान मृत्यु हो गई। इस मामले में परिजनों का आरोप है कि नरसिंहगढ़ एसडीएम अंशुमन राज की खुली धमकी और मानसिक प्रताडऩा के कारण ही उनकी मौत हुई है। ऐसे में इस पूरे प्रकरण की जांच कर दोशी एसडीएम के खिलाफ उचित कार्रवाई किए जाने की मांग की हैं। घटना के अनुसार पत्रकार योगेश मैथिल की पत्नि ऋचा मैथिल भोपाल रोड नरसिंहगढ़ स्थित कन्या छात्रावास में वार्डन के पद पर पदस्थ है। बीते दिनों राजनीतिक दबाव में फर्जी शिकायत पर नरसिंहगढ़ एसडीएम अंशुमन राज ने न केवल उनकी पत्नि ऋचा मैथिल को छात्रावास से निलंबित कर दिया, बल्कि बिना ठोस जांच के उनके पति योगेश मैथिल पर पॉक्सो एक्ट लगाने की धमकी दी गई और इसके लिए उन्हें नोटिस भी जारी किया गया। इन संगीन आरोपों से बुरी तरह मानसिक प्रताडि़त योगेश मैथिल को भारी तनाव के कारण ब्रेन हॅमरेज हो गया और अस्पताल में 14 दिन बीमारी से जूझने के बाद आखिरकार 19 सितंबर मंगलवार रात उनकी दुखद मृत्यु हो गई। इस घटना के बाद से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है और उन्होंने इस पूरे मामले में एसडीएम के खिलाफ न्यायिक जांच की मांग है। इस घटना से पत्रकार जगत में भी अधिकारी के खिलाफ रोष व्याप्त है और मध्य प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ ने इस घटना की घोर निंदा करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की हैं।