नंदलालपुरा किन्नर मठ की संपत्ति हड़पने में हो रहे विवाद, सनातनी किन्नरों ने लगाया आरोप

इंदौर। शहर के प्राचीन नंदलालपुरा किन्नर मठ ने आरोप लगाया कि लिंग परिवर्तन करके किन्नर बिरादरी में शामिल कुछ किन्नर नंदलालपुरा मठ की करोड़ों की संपत्ति हड़पना चाहते हैं। विवाद के चलते इन किन्नरों ने गुरु मां खुशबू कुंवर पर जानलेवा हमला भी किया। अभिनव कला समाज में स्टेट प्रेस क्लब, मध्यप्रदेश के गणेशोत्सव में बतौर अतिथि पधारें नंदलालपुरा के किन्नरों ने अपनी व्यथा बताई। त्रिवेणी कुंवर ने बताया कि किन्नर बाला, पलक और उनके साथी मिलकर नंदलालपुरा किन्नर मठ पर कब्जा कर करोड़ों के मकान और संपत्ति पर कब्जा करना चाहते हैं।

इस नियत से यह किन्नर लगातार विवाद कर रहे हैं। तीन दिन पूर्व इन्होंने हमारी गुरु मां खुशबू कुंवर पर प्राणघातक हमला किया। खुशबू कुंवर गंभीर रूप से गोकुलदास अस्पताल में भर्ती है। उन्होंने आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उल्लेखनीय है कि करीब 200 किन्नरों वाले मठ के पास नंदलालपुरा मेन रोड पर 5 से 6 मकान और खासी संपत्ति है। त्रिवेणी कुंवर ने बताया कि हमें मुस्लिम बताकर हमारा विरोध किया जा रहा है, जबकि हमारा संबंध सनातन धर्म से है। नंदलालपुरा के अधिकांश किन्नर पंजाबी, सिंधी, मराठी, गुजराती आदि संप्रदाय से है। उन्होंने कहा कि भगवान ने हमें अर्धनारीश्वर के रूप में जन्म दिया है।

हम दुख-तकलीफ पाकर भी सभी की खुशियों के लिए दुआएं मांगते हैं। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने स्पष्ट किया कि नंदलालपुरा मठ के किन्नर नेक मांगने के लिए सामूहिक रूप से जाते हैं, जबकि शहर में वेष बदलकर घूम रहे किन्नर जबरदस्ती बड़ी धन राशि और सामान देने के लिए दबाव बनाते हैं। इंदौर में नंदलालपुरा मठ की एक प्रतिष्ठा है। स्वप्रेरणा से नेक या दान देने वाला भी नंदलालपुरा ही आता है। इस अवसर पर करीब 30 किन्नरों ने गणेशजी आरती कर उन्हें अश्रुपूरित विदाई दी।

किन्नरों ने भजन भी पेश किए। किन्नरों को डॉ. महेश अग्रवाल, कृष्णकांत रोकड़े, घनश्याम वैष्णव, गणेश एस. चौधरी, पं. सुनील मसूरकर, सत्यकाम शास्त्री, रोहित अग्निहोत्री, मोहनलाल मंत्री, रवि चावला, प्रवीण धनोतिया, सुदेश गुप्ता, बंसीलाल लालवानी, रचना जौहरी, अभिषेक सिसौदिया, सोनाली यादव, विवानसिंह राजपूत, रूपेश व्यास, अजय भट्ट, राकेश द्विवेदी आदि ने साड़ी एवं सुहाग का सामान भेंट किया। कार्यक्रम का संचालन प्रवीण कुमार खारीवाल ने किया। आभार आकाश चौकसे ने व्यक्त किया।