भोपाल/शाजापुर। आज देश में विचारधारा की लड़ाई चल रही है। एक तरफ कांग्रेस है तो दूसरी तरफ आरएसएस और भाजपा है। एक तरफ गांधी, दूसरी तरफ गोड़से, एक तरफ मोहब्बत तो दूसरी तरफ नफरत है, लेकिन नफरत की दुकान चलाने वालों की दुकानदारी पर अब जनता तालाबंदी करने वाली है। यह बात शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शाजापुर जिले के कालापीपल विधानसभा क्षेत्र के पोलायकलां में जन आक्रोश यात्रा के दौरान आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि मैं जब भी संसद में देश हित की बात करता हूं तो मोदी भाग खड़े होते हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएस ने देश में नफरत फैलाने का काम भाजपा को सौंपा है जिसे भाजपाई बखूबी अंजाम दे रहे हैं। सभा को मप्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने भी संबोधित किया। विधानसभा चुनाव 2023 के तहत कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को पहली बार मप्र में चुनाव प्रचार में शामिल हुए। इसके पहले वे भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मप्र से गुजरे थे। पोलायकलां में सभा के दौरान राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार और मप्र की शिवराज सरकार को निशाने पर लिया और दावा किया कि विधानसभा चुनाव में कांग्रे्रस को मप्र में 150 सीट मिलेगी। केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि देश में जो कानून बनाए जा रहे हैं वह भाजपा नहीं बल्कि आरएसएस के लोग बना रहे हैं। आज देश को 90 अफसर चला रहे हैं, जिनमें से ओबीसी के मुश्किल से 3 अधिकारी होंगे।
उन्हों ने कहा कि नरेंद्र मोदी कहते हैं कि सरकार में ओबीसी की भागीदारी है। मैं आज ओबीसी के लोगों से पूछता हूं कि आप बताइए देश को चलाने वाले 90 अफसरों में ओबीसी के कितने अफसर हैं? राहुल गांधी ने कहा कि जब हमने भारत जोड़ो यात्रा निकाली तो इस दौरान किसानों, युवाओं और माताओं-बहनों ने कहा कि मध्यप्रदेश हिंदुस्तान में भ्रष्टाचार का सेंटर है।
भाजपा ने चोरी किया बच्चों के फंड, महाकाल कॉरिडोर का पैसा
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने मप्र में बच्चों के फंड, मिड डे मील और स्कूल यूनिफार्म के फंड के साथ महाकाल कॉरिडोर का पैसा चोरी किया है। व्यापमं ंस्कैम में 1 करोड़ युवाओं को नुकसान पहुंचाया है। यहां एमबीबीएस की सीट्स बेची जाती हैं और पेपर लीक किया जाता है। भाजपा ने देश-प्रदेश को यदि कुछ दिया है तो वह है भ्रष्टाचार, भुखमरी, नफरत और बेरोजगारी। मध्यप्रदेश के किसानों को सरकार उनकी फसलों का सही दाम नहीं देती है। जबकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने किसानों से जो वादा किया उसे पूरा करके दिखाया है। गांधी ने कहा कि हमने मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक में किसानों का कर्जा माफ किया, लेकिन यहां भाजपा ने धोखा देकर सरकार चोरी कर ली। उन्होंने सभा में मौजूद हजारों लोगों से कहा कि प्रदेश की जनता का प्यार, विश्वास और ऊर्जा से भरा जनसैलाब साफ संदेश दे रहा है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार आ रही है। भाजपा मुद्दों से भटकाने का काम करती है, मैंने जब संसद में अडानी के मुद्दे पर भाषण दिया तो मेरी लोकसभा की सदस्यता रद्द कर दी गई। मुझे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता मैं सच्चाई बोलता हूं और बोलता रहूंगा। इंफ्रास्ट्रक्चर, डीजल-पेट्रोल, फर्टिलाइजर के जरिए जनता की जेब से पैसा निकलता है और सीधा उद्योगपतियों की जेब में जाता है।
कर्नाटक में हमने पूरी की गारंटी
राहुल ने कहा कि हमने कर्नाटक में गरीबों, महिलाओं, किसानों के लिए 5 गारंटी दीं और उन्हें पूरा किया। कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकारें गरीबों और कमजोरों के लिए काम करती हैं। सरकार जनता के लिए होनी चाहिए ना कि एक या दो उद्योगपतियों के लिए। हम मध्य प्रदेश में ऐसी ही सरकार चलाना चाहते हैं। हिंदुस्तान के इतिहास में पहली बार किसान टैक्स दे रहा है। भाजपा किसानों को दबाने, खत्म करने के लिए काले कृषि कानून लाई थी। संसद में अडाणी का मुद्दा उठाने पर उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी गई। पोर्ट, एयरपोर्ट, इन्फ्रास्ट्रक्चर समेत हर जगह अडानी दिखाई देंगे। जनता की जेब से पैसा निकलता है और सीधा दो उद्योगपतियों की जेब में जाता है। सरकार जनता के लिए चलनी चाहिए, किसी संगठन या एक-दो उद्योगपतियों के लिए नहीं चलनी चाहिए। कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकारें गरीब और कमजोर वर्ग के लिए काम करती हैं। कांग्रेस मध्यप्रदेश में भी जनता के लिए सरकार चलाना चाहती है। राहुल गांधी ने सवाल उठाए कि महिला आरक्षण से पहले सेंसस और परिसीमन करने की क्या जरूरत है? इन शर्तों से महिला आरक्षण 10 साल बाद लागू होगा। कांग्रेस ने कहा कि इन दोनों शर्तों को हटाइए, मगर भाजपा ने कोई जवाब नहीं दिया। कांग्रेस ने सरकार से यह सवाल भी पूछा कि महिला आरक्षण में ओबीसी आरक्षण क्यों नहीं है? राहुल गांधी ने ओबीसी की भागीदारी का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस की चार सरकारों में तीन मुख्यमंत्री ओबीसी हैं। वहीं कानून बनाते समय भाजपा के ओबीसी विधायकों और सांसदों को पूछा तक नहीं जाता है, कानून आरएसएस के लोग और अफसर बनाते हैं। मोदी ओबीसी, दलितों, आदिवासियों के लिए काम नहीं करते हैं। वह सिर्फ जनता का ध्यान भटकाते हैं। कमलनाथ सरकार ने मध्य प्रदेश में ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण का कानून पास किया था, मगर भाजपा ने उसे रद्द कर दिया।
दिल्ली-भोपाल की भाजपा में चल रहा अदृश्य युद्ध
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि भाजपा जानती है कि वो विधानसभा बुरी तरह हार रही है, ऐसे में भाजपा के केंद्रीय चुनावी रणनीतिकारों ने ये सोचा कि जनता का आक्रोश और ग़ुस्सा 2024 से पहले ही 2023 में ही निकलकर कुछ कम हो जाए तो शायद 2024 में भाजपा अपनी शर्मनाक हार के अंतर को थोड़ा कम कर सके। भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व विधानसभा चुनाव में अपने सांसदों को लड़वाने पर जोर दे रहा है। जब विधानसभा चुनाव में ही ये सांसद हार जाएंगे तो इन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में टिकट न देने का बहाना ये कहकर मिल जाएगा कि जो भला विधानसभा नहीं जीत पाए तो वो लोकसभा क्या जीतेंगे और फिर नये प्रत्याशी लाकर भाजपा एन्टी इन्कम्बेन्सी को थोड़ा कम कर पाएगी, इसीलिए दिल्ली और भोपाल की भाजपा में एक अदृश्य युद्ध चल रहा है। भाजपा की आशीर्वाद यात्राओं से लेकर चुनावी मंचों तक ये आपसी मनमुटाव भाजपाई नेताओं के चेहरों और भाषणों में साफ झलक रहा है। कार्यक्रम को पूर्व सीएम दिग्विजयसिंह, जयवर्धनसिंह, हुकुमसिंह कराड़ा, जीतू पटवारी, कुणाल चौधरी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर शाजापुर शहर कांग्रेस अध्यक्ष इमरान खरखरे सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।