स्वतंत्र समय, हरदा
फर्जी बिल लगाकर राशि निकालने की कलां में माहिर बिच्छापुर के सरपंच सचिव अब इतने एक्सपर्ट हो गये है, कि शासन को रिकार्ड में मनरेगा के तहत बेरोजगारों को रोजगार देना बता रहे हैं। वहीं दूसरी ओर पंचायत के दस्तावेजों में फर्जी बिल लगाकर अपने चहेतों को भुगतान कर स्वंय का मोटा कमीशन निकाल रहे हैं। ग्राम पंचायत बिच्छापुर यह पंचायत टिमरनी ब्लॉक के अंतर्गत आती हैं। इस पंचायत में यदि जनसंख्या की बात करें तो लगभग 1067 पुरुष और 909 महिलाएं हैं। वर्तमान में पंचायत के सरपंच करण सिंह टेकाम और सचिव कमल सिंह कटारे हैं, लेकिन यह दोनों लोग मिलकर ग्रामीणों को मनरेगा के तहत कागजों में रोजगार दे रहे हैं वही उन्हीं कागजों में फेरबदल कर फर्जी बिल लगाकर राशि निकाल रहे हैं। ग्राम पंचायत बिच्छापुर में लखनलाल के घर से गणेश के घर तक 75 मीटर सीसी सडक़ का निर्माण कार्य 270300/- रुपये में किया गया हैं। जिसमें 40000/- मजदूरी की राशि है वही 230300/- रुपये मटेरियल की राशि तय की गई हैं। जिसमें से श्री हरिकुंज कृपा सेल्स एजेंसी को 51000/- और 46500/- तथा जेजे टेडर्स को 122500 का भुगतान, वीरेंद्र राजपूत को 29900/- सत्यनारायण भिलाला को 1500/- मनोहर को 7200/- स्वामी कंस्ट्रक्शन टिमरनी को 11235/- रुपये का ऐसे कुल मिलाकर 269835/- रुपये का भुगतान ग्राम पंचायत बिच्छापुर द्वारा इस सडक़ का कर दिया गया।
सरपंच के नाम पर उपसरपंच का खेल
अधिवक्ता अनिल जाट ने बताया की ग्राम पंचायत में किए जा रहे इस भ्रष्टाचार का असली मास्टर माइंड ग्राम पंचायत बिच्छापुर का पूर्व सरपंच बलराम डूडी है जो वर्तमान में उप सरपंच हैए बलराम डूडी पंचायत में 3 बार से काबिज है पहले स्वयं सरपंच रहे फिर उनकी पत्नी सरपंच रही और अब खुद उपसरपंच है वर्तमान सरपंच करण सिंह टेकाम सिर्फ नाम के सरपंच है पंचायत का सारा भ्रष्टाचार का खेल बलराम डूडी ही खेल रहे है। हालांकि, यह बात अलग है कि इस कार्यकाल में दस्तावेजो में होने वाले हस्ताक्षर सरपंच के ही हैं।