बायोटेक्नोलॉजी पार्क का शिलान्यास, 3200 करोड़ की नीमच-जावद सिंचाई योजना से ढाई लाख एकड़ में होगी सिंचाई

स्वतंत्र समय, भोपाल

मुख्यमंत्री चौहान ने 8 करोड़ की लागत से नवनिर्मित शासकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय जावद के भवन का लोकार्पण भी किया। इसके साथ ही एक करोड़ 47 लाख रुपए के शासकीय कन्या उ.मा.वि.रतनगढ, एक करोड़ 47 लाख रुपए के शा.हाई स्कूल सरोदा और 43 लाख की लागत से निर्मित होने वाले उप स्वास्थ्य केंद्र भवन गरवाड़ा का भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जावद कृषि उपज मंडी को हाईटेक बनाया जाएगा तथा नीमच मंडी के लिए भी विशेष योजना बनेगी। जावद नीमच माइक्रो एरिगेशन योजना जल्द ही मंजूर की जाएगी।

सोयाबीन की फसल का कराएंगे सर्वे

मुख्यमंत्री ने किसानों को अश्वस्त करते हुए कहा कि वे चिंतित न हों, सोयाबीन फसल का सर्वे कराकर राहत राशि बांटी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जारी विकास और जनकल्याण के कार्यों से हम मध्यप्रदेश की तस्वीर और तकदीर बदल देंगे। मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किए।

बनेगा भादवामाता लोक

मुख्यमंत्री चौहान ने नीमच के साथ ही प्रदेश और देश पर मां भादमामाता से कृपा और आशीर्वाद बनाए रखने की प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि भादवामाता के प्रताप से ही भादवामाता लोक बन रहा है, सब सुखी और निरोग हों यही प्रार्थना है। भादवामाता की कृपा से मुझ से क्षेत्र का जो सबसे बड़ा काम हुआ है, वह है 3200 करोड़ रुपए लागत की नीमच-जावद सिंचाई योजना की स्वीकृति, इससे ढाई लाख एकड़ क्षेत्र में सिंचाई होगी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विकास और जन कल्याण के कार्यों के साथ-साथ आस्था और विश्वास और श्रद्धा के केंद्रों का उन्नयन और रख-रखाव भी राज्य सरकार का दायित्व है।

जनता की जरूरत का हर कार्य पूर्ण होगा

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भादवामाता की कृपा से ही लोगों की भलाई के लिए हमारी सरकार के पास कभी पैसे की कमी नहीं रही। जनता की जरूरत का हर कार्य पूर्ण होगा। उन्होंने भादवामाता के दर्शन किए तथा पूजा-अर्चना भी की। मुख्यमंत्री चौहान रोड शो में शामिल होकर मिल चौराहा, पिपलिया चौक, हरिया भैरू चौक होते हुए शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सरवानिया महाराज के परिसर में बने सभा स्थल पहुंचे। मुख्यमंत्री चौहान ने मॉं भादवा के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेद्र सिंह तोमर भी उपस्थित थे।

बायोटेक्नोलॉजी पार्क में होंगी 8 उच्च स्तरीय प्रयोगलाशाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि 40 एकड़ क्षेत्र में बनने वाले बायोटेक्नोलॉजी पार्क की स्थापना से नवीन अनुसंधान और विकास संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। पार्क में 8 उच्च स्तरीय प्रयोगशालाएं, इनक्यूबेशन सेंटर होंगे। यह पार्क शोधार्थियों, उद्योगपतियों के लिए नई तकनीकी सुविधाओं का केंद्र बनेगा। इससे जैव तकनीको के व्यवसायीकरण के लिए मार्ग प्रशस्त होगा, बायोटेक क्षेत्र में व्यवसाय के अवसर बढ़ेंंगे तथा बायोटेक उद्यमियों को प्रोत्साहन मिलेगा। उद्यमी बायोटेक उत्पाद की कंपनी भी शुरू कर सकेंगे और लोगों को रोजगार भी मिलेगा। बायोटेक्नोलॉजी पार्क शोधार्थियों, उद्योगपतियों के लिये नई तकनीकी सुविधाओं का केंद्र बनेगा।