स्वतंत्र समय, भोपाल
स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत ‘‘एक तारीख-एक घण्टा’’ स्वच्छता अभियान के तहत प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने न्यू मार्केट में स्वच्छता हेतु श्रमदान करते हुए कहा कि स्वच्छता हेतु अपने बच्चों को सफाई संस्कृति से संस्कारित करने और स्वयं से प्रारंभ कर अपने घर एवं परिसर को स्वच्छ रखने का आव्हान किया साथ ही उपस्थितजन को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई। इस अभियान के तहत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अरेरा हिल्स स्थित भोपाल हॉट में स्वच्छता कार्य में श्रमदान किया और यहां लगाई गए संदेश पटल पर ‘‘जहां स्वच्छता वहां ईश्वर’’ अंकित कर नागरिकों को स्वच्छता का संदेश दिया। इस दौरान उक्त दोनों स्थलों पर महापौर श्रीमती मालती राय ने भी स्वच्छता हेतु श्रमदान किया। स्वच्छता अभियान के तहत निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने प्रेमपुरा घाट पर श्रमदान किया। राजधानी भोपाल के 282 स्थानों पर स्वच्छता की गतिविधियां आयोजित की गई और युवाओं, जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों को अभियान से जोड़ा गया और स्वच्छता के संदेश देकर अपने शहर को देश का सबसे स्वच्छ शहर बनाने की अपील की।
राजधानी में 282 स्थानों पर स्वच्छता की अलग-अलग गतिविधियां हुईं
भारत सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के तहत विभिन्न स्वच्छता की गतिविधियां आयोजित करने के निर्देशों तथा संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा दिए गए निर्देशों के परिपालन में नगर निगम भोपाल द्वारा राजधानी के 282 चयनित स्थानों पर विभिन्न स्वच्छता की गतिविधियां आयोजित की। रविवार को प्रात: प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल न्यू मार्केट पहुंचे और महापौर श्रीमती मालती राय सहित अन्य जनप्रतिनिधियों, रहवासी व व्यवसायिक संघ के पदाधिकारियों से स्वच्छता के संबंध में विस्तारपूर्वक चर्चा की तथा ‘‘एक तारीख-एक घण्टा’’ स्वच्छता अभियान की गतिविधियों के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने स्वच्छता कार्य में श्रमदान किया और झाडू लगाने के उपरांत कचरा भी उठाया और उपस्थितजन को इन्दौर का उदाहरण देते हुए भोपालवासियों को स्वच्छता का सिरमौर बनने हेतु प्रेरित भी किया। मंगूभाई पटेल ने कहा कि अपने बच्चों को स्वच्छता की महत्ता बताए, उनमें स्वच्छता की आदत को विकसित करें और आचरण और व्यवहार के माध्यम से बच्चों को सफाई रखने हेतु प्रेरित करें।
जहां अच्छा स्वास्थ्य है, ईश्वर भी वहीं है
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘‘एक तारीख-एक घण्टा’’ अभियान के तहत भोपाल हॉट में श्रमदान कर नागरिकों को स्वच्छता हेतु प्रेरित किया और स्वच्छता के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि जहां स्वच्छता है वहां सुंदरता है, जहां अच्छा स्वास्थ्य है प्रसन्नता और ईश्वर भी वहीं है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि महात्मा गांधी ने भी स्वच्छता पर बल दिया है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री बनने के साथ ही स्वच्छ भारत अभियान चलाया और आज प्रधानमंत्री जी के आव्हान पर पूरे प्रदेश में स्वच्छता के लिए श्रमदान किया गया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश देश का स्वच्छतम राज्य है और भोपाल स्वच्छतम राजधानी है। शहरी क्षेत्रों में भी प्रदेश स्वच्छता में नंबर 01 है। चौहान ने कहा कि हमारी कोशिश है कि प्रदेश का प्रत्येक नागरिक स्वच्छता अभियान से जुड़े, आमजन, जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और समाज के हर वर्ग को जोड़ते हुए स्वच्छ भारत आंदोलन के उत्कृष्ट क्रियान्वयन हेतु हम सतत् प्रयासरत है। मुख्यमंत्री चौहान ने नागरिकों से अपील की कि वह अपने घर, कार्यालय व उसके आसपास स्वच्छता का विशेष ध्यान रखे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आव्हान पर मध्यप्रदेश को स्वच्छता के माडल के रूप में स्थापित करें।
नागरिकों को स्वच्छता के लिए प्रेरित कर शपथ दिलाई
भोपाल हॉट में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसादिया, महापौर श्रीमती मालती राय सहित अन्य जनप्रतिनिधियों व निगम आयुक्त फ्रैंक नोबल ए सहित अन्य अधिकारीगण ने भी स्वच्छता हेतु श्रमदान किया। इसके अतिरिक्त महापौर श्रीमती मालती राय ने नेहरू नगर स्थित शासकीय बालिका गृह में आयोजित ‘‘स्वच्छता ही सेवा अभियान’’ के तहत सामान्य एवं मासिक धर्म स्वच्छता हेतु जागरूकता कार्यक्रम में सम्मिलित होकर स्वच्छता के प्रति जागरूकता के संदेश दिए। ‘‘एक तारीख-एक घण्टा’’ स्वच्छता अभियान के तहत निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने अन्य पदाधिकारियों व गणमान्य नागरिकों के साथ प्रेमपुरा घाट पर सफाई हेतु श्रमदान किया एवं नागरिकों को स्वच्छता हेतु प्रेरित किया और स्वच्छता की शपथ दिलाई। निगम द्वारा शहर के अन्य प्रमुख बाजारों, रहवासी क्षेत्रों, मुख्य मार्गों विभिन्न संस्थानों, धार्मिक स्थलों, जल संरचनाओं आदि के आसपास स्वच्छता की गतिविधियों का आयोजन किया जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं, जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों व निगम सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे। राजधानी भोपाल के 282 चयनित स्थलों पर साफ-सफाई हेतु श्रमदान के साथ अन्य गतिविधियों के माध्यम से नागरिकों को स्वच्छता हेतु प्रेरित किया गया।