स्वतंत्र समय, भोपाल
प्रदेश में अगले सप्ताह आचार संहिता लग सकती है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है की सरकारी योजनाओं पर ब्रेक लग सकता है। लेकिन इन आशंकाओं पर वित्त विभाग ने ब्रेक लगाते हुए कहा है की सारी योजनाएं यथावत चलती रहेंगी। इस संदर्भ में वित्त विभाग ने अन्य सभी विभागों को सूचित कर दिया है। वर्तमान में 15वें वित्त आयोग द्वारा रिपोर्ट प्रस्तुत कर वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए संसाधनों की उपलब्धता की अनुशंसा की गई है। वित्त विभाग ने कहा है कि ऐसी सभी योजनाएं जो पूर्व सक्षम स्तर से स्वीकृत है, जिनको बंद करने का निर्णय नहीं लिया गया है या फिर जिनमें शून्य बजट प्रावधान न हो, ये समस्त योजनाएं 31 मार्च 2024 के लिए निरंतर मान्य की जाएगी। विभाग ने ये भी साफ किया है कि इसके लिए अलग से योजनाओं, परियोजनाओं की निरंतरता के लिए अलग से निर्देश जारी किए जाएंगे। दरअसल चुनाव आचार संहिता लगने के बाद राज्य सरकार कोई नीतिगत निर्णय नहीं ले सकेगी। अब जो भी नीतिगत निर्णय लिए जाएंगे, नई सरकार के गठन के बाद ही लिए जाएंगे। ऐसे में वित्त विभाग सभी विभागों की योजनाओं और कार्यक्रमों को लेकर किसी तरह की असमंजस या दुविधा की स्थिति नहीं बने, इसलिए ही इस तरह की व्यवस्था बना दी है। अब सरकार के किसी योजना या कार्यक्रम के लिए भले ही टोकम मनी के रूप में भले ही एक रुपए या 100 रुपए की राशि का प्रावधान किया गया हो, उनको इस अवधि में बंद नहीं किया जा सकेगा।
31 मार्च 2024 तक मान्य रहेंगी योजनाएं
मप्र में विधानसभा चुनाव की घड़ी नजदीक है। चुनाव के लिए चुनाव आचार संहिता कभी भी लग सकती है। इस बीच राज्य सरकार की किसी भी योजना और कार्यक्रमों पर चुनाव का कोई असर नहीं पड़ेगा। इस दौरान प्रदेश में कोई योजना या कार्यक्रम बंद नहीं की जाएगी। ये योजनाएं 31 मार्च 2024 तक लगातार मान्य की जाएगी। वित्त विभाग ने इस संबंध में सभी विभागों को सूचित कर दिया है। विभाग ने सभी विभागों को लिखे पत्र में साफ किया है कि योजनाओं और कार्यक्रमों की निरंतरता केंद्रीय काराशि के बराबर होगी। वित्त आयोग की अवार्ड अवधि के लिए प्राप्त करने के संबंध में प्रक्रिया निर्धारण किया गया था। वित्त विभाग ने जिन योजनाओं, परियोजनाओं की निरंतरता की जा रही है, उनके आकार के लिए भी दिशा- निर्देश जारी किए हैं। इस व्यवस्था के मुताबिक राजस्व व्यय से संबंधित योजनाओं, परियोजनाओं का वित्तीय आकर मुख्य बजट प्रावधान एवं अनुपूरक प्रावधान की कुल राशि के बराबर होगा, लेकिन किसी योजना, परियोजना में पुनर्विनियोजन से भी राशि की व्यवस्था की जाती है तो ऐसी परिस्थिति में योजना, परियोजना का वित्तीय आकार मुख्य बजट प्रावधान, अनुपूरक अनुमान एवु पुनर्विनियोजन की कुल राशि के बराबर होगी।