स्वतंत्र समय, भोपाल
गोविंदपुरा विधानसभा अभी तक छुटपुट बयानबाजी के बाद मामला शांत हो जाता था, लेकिन पहली बार परिवारवाद से मुक्ति दिलाने को लेकर भाजपा नेताओं ने प्रदर्शन किया। पिछला विस चुनाव पूर्व सीएम बाबूलाल गौर के जीवत रहते हुए हुआ था, इस कारण थोड़ी बहुत विरोधी बयानों के बाद मामला निपटने के बाद उनकी पुत्रवधु को ही टिकट बीजेपी ने दे दिया था, लेकिन इस बार विधायक कृष्णा गौर के लिए राह आसान नहीं लग रही है। विधानसभा चुनाव के लिए घोषित किए गए 79 उम्मीदवारों में से भोपाल की दो ही सीटों पर प्रत्याशी अभी घोषित किए गए हैं। 5 सीटों पर उम्मीदवार घोषित होने हैं। प्रत्याशियों की चौथी सूची आने के पहले भोपाल में गोविंदपुरा की वर्तमान विधायक कृष्णा गौर के खिलाफ प्रदेश भाजपा कार्यालय पर एक दर्जन युवाओं ने प्रदर्शन किया।
विरोध के लिए आ रहे लोगों को धमकाकर रोका
कृष्णा गौर के विरोध में प्रदर्शन करने पहुंचे नितेश गिरी ने खुद को बीजेपी आईटी सेल का जिला सहसंयोजक बताते हुए कहा कि हमारे साथ तीन-चार सौ लोग आने वाले थे, लेकिन बीजेपी के पार्षदों और मंडल अध्यक्षों ने लोगों को डराया, धमकाया और उन्हें आने नहीं दिया। वरना इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग शामिल होते। गोविंदपुरा में विधायक की कार्यप्रणाली से जनता नाराज है। और हम परिवारवाद से मुक्ति चाहते हैं। भाजपा को अपना उम्मीदवार बदलने चाहिए। नीतेश ने कहा- मेरे पास खेजड़ा गांव, खजूरी कला के कई ऐसे रहवासी हैं जो मुझसे जुड़े हुए हैं। उनका यह कहना है कि हम लोग अपनी समस्याओं से विधायक को कई बार अवगत करा चुके हैं। हमारे यहां कई प्रकार की समस्याएं हैं। रोड, बिजली, पानी की समस्याएं हैं सबसे ज्यादा दिक्कत खेजड़ा गांव में है। वहां के 60-70 लोग यहां आने के लिए तैयार थे लेकिन पार्षदों और बीजेपी के मंडल अध्यक्ष द्वारा उन्हें रोक दिया गया।
मालवीय के समर्थन में आए थे प्रदर्शनकारी
बीजेपी ऑफिस पर प्रदर्शन का नेतृत्व करने वाले नीतेश गिरी ने बताया कि हम लोग डॉ. एलएन मालवीय के समर्थक हैं। मैं उनका समर्थन कर रहा हूं। मेरी मांग बस यह है कि क्षेत्र में काम हो। टिकट का फैसला पार्टी तय करे। मैंं परिवारवाद के खिलाफ हूं मैं चाहता हूं कि नए व्यक्ति को मौका मिलना चाहिए ताकि वह कंपटीशन के रूप में काम करे।
मुंह छिपाते दिखे प्रदर्शनकारी
बीजेपी ऑफिस पर प्रदर्शन करने आए युवकों में से कुछ नौजवान तख्तियों और कपड़े से अपना मुंह छिपाते हुए दिखे। जब उनसे मुंह छिपाने की वजह पूछी तो वे बोले- हमें डर है कि हमारे खिलाफ कोई झृठी कार्रवाई कराई जा सकती है।