स्वतंत्र समय, उज्जैन
उज्जैन। वैसे तो वर्ष 2014 में 6 करोड़ लागत के नए आरटीओ भवन तथा ड्राइविंग टेस्ट ट्रेक को मंजूरी मिल गई थी। लेकिन नए भवन के लिए आवश्यक 8 से 10 बीघा जमीन देरी से मिली इस कारण प्रोजेक्ट की लागत में लगभग 1.31 करोड़ का इजाफा होता गया और निर्माण करीब 5 साल अटका रहा। बावजूद इसके क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ने प्रयास जारी रखें और नतीजा यह हुआ कि उज्जैन को नए आरटीओ भवन की सौगात मिल गई और विभाग को किराए की बिल्डिंग से मुक्ति। निजी भवन में आरटीओ कार्यालय शिफ्ट होने में अभी करीब 2 महीने और लगेंगे। उल्लेखनीय है कि वर्षों से भरतपुरी प्रशासनिक क्षेत्र में क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय संचालित हो रहा है। आरटीओ संतोष कुमार मालवीय ने बताया कि विभाग इस किराए की बिल्डिंग का हर महीने करीब 90 हजार से एक लाख रुपए किराया देता रहा है। फिर भी स्थान का अभाव बना रहता था। विभाग के अपने निजी कार्यालय के लिए वर्ष 2014 में 6 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए थे। इसमें परिवहन कार्यालय के साथ टेस्टिंग ट्रेक बनना था। लोक निर्माण विभाग की पीआयू विंग को निर्माण एजेंसी बनाया गया था। इसके बाद से ही नए परिवहन कार्यालय के लिए जिला प्रशासन के साथ विभाग द्वारा करीब 8 से 10 बीघा आवश्यक जमीन की तलाश शुरू कर दी गई थी। करीब 4 साल लगे, लागत भी बढ़ गई।आरटीओ श्री मालवीय ने बताया कि वर्ष 2014 में प्रोजेक्ट हेतु 6 करोड़ राशि की मंजूरी के बावजूद करीब 4 साल जमीन की तलाश करते रहे। इसमें विभाग के साथ-साथ तत्कालीन जिला कलेक्टर संकेत भोंडवे भी सतत प्रयास रत रहे। इसके चलते वर्ष 2017-18 में दाऊद खेड़ी में लगभग तीन एकड़ जमीन उपलब्ध हो पाई। लेकिन इस बीच प्रोजेक्ट की लागत 6 करोड़ से बढक़र 7 करोड़ 31 लाख के लगभग पहुंच गई।
एक नजर नए भवन की विशेषताओं पर
दाऊद खेड़ी में 7 करोड़, 30 लाख, 75 हजार रुपए की लागत से बनाए गए नवीन भवन का क्षेत्रफल 3022.19 वर्गमीटर है। आरटीओ संतोष कुमार मालवीय के अनुसार नए भवन के भूतल पर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी का चेम्बर तथा उनके निज सचिव का कक्ष, कॉन्फ्रेंस रूम, कैश काउंटर, अकाउंट्स रूम, स्टाफ लंच रूम, रिकार्ड रूम, टेस्ट हॉल, स्मार्ट कार्ड हॉल, परमानेंट लायसेंस वेटिंग एण्ड क्यू स्पेस, एचएसआरपी रूम, चेस्ट रूम, आफिस रूम 7, सेन्टर हॉल तथा एक अन्य हॉल, दो टॉयलेट ब्लॉक, फिटनेस शेड एवं अंग्रेजी भाषा के अंक 8 के आकार का ड्राइविंग ट्रेक निर्मित किया गया है। इससे यहां ट्रक और ट्राले जैसे बड़े वाहनों की भी आसानी से टेस्ट ड्राइव की जा सकेगी।
गांधी जयंती पर हुआ था लोकार्पण
इसी महीने दो अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव द्वारा नवीन क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय भवन का लोकार्पण किया । कार्यक्रम में स्वागत भाषण क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी संतोष कुमार मालवीय ने दिया था।
फिर रिवाइज्ड एस्टीमेट और पत्र व्यवहार की शुरुआत
श्री मालवीय के मुताबिक दाउदेखड़ी में जमीन आवंटित हुई। लेकिन बीते सालो में कीमतों में इजाफा और नए एसओआर आने के कारण लागत बढ़ गई और फिर से काम अटक गया। विभाग ने 1.30 करोड़ का रिवाइज्ड ऐस्टिमेट परिवहन विभाग का भेजा लेकिन स्वीकृति नहीं मिली। इसके बाद विभाग द्वारा तथा तत्कालीन कलेक्टर श्री भोंडवे द्वारा लगातार शासन तथा विभाग से पत्र व्यवहार और मांग पत्र भेजे गए। तब कहीं जाकर विभाग की ओर से एस्टिमेट को स्वीकृत कर राशि भेजी गई। इसके बाद फिर पीआइयू के इंजीनियरों ने इस वर्ष मई 2023 तक भवन का काम पूरा होने का लक्ष्य रखा और उसे पूर्ण किया।
अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए बैठने की जगह तक कम
वर्तमान में भरतपुरी स्थित परिवहन कार्यालय बहुत ही छोटी-सी जगह में संचालित हो रहा है। यहां एक ही कक्ष में दो से तीन कर्मचारी बैठकर काम कर रहे है। वहीं लाइसेंस बनाने, रिन्यु कराने, टैक्स जमा कराने आने वाले लोगों के लिए बैठने तक की पर्याप्त जगह नहीं है। कार्यालय में रोजाना ही भीड़ के कारण अस्त व्यस्त स्थिति रहती है। यहां आने वाले लोगों को भी इससे परेशानी आती है।