स्वतंत्र समय, खरगोन
आबकारी एक्ट के मामले में मृतक रवि की गिरफ्तारी से पहले का विडियो सामने आने के बाद एक बार फिर परिजनों सहित समाज में आक्रोश देखने को मिला है। मृतक रवि के पिता सहित समाजजन एसपी ऑफिस पहुंचे, यहां आबकारी पुलिस द्वारा रवि की गिरफ्तारी से पहले कि गई मारपीट का विडियो फुटेज सौंपते हुए दो लोगों की नामजद शिकायत कर दंडात्मक कार्रवाई की मांग की। उल्लेखनीय है कि जेल में तबीयत बिगडऩे के बाद 30 सितंबर को रवि की उपचार के दौरान मौत हुई थी, जिसके बाद 1 अक्टूबर को परिजनों के साथ समाजजनों ने शव कलेक्टर कार्यालय के बाहर एबुलेंस में रखकर प्रदर्शन किया था। एसपी से मुलाकात कर मृतक के पिता गजानंद ने बताया कि रवि को 26 सितंबर को सुबह करीब 11 बजे रिची भाटिया द्वारा फोन कर मारु मोहल्ले के रास्ते से घाटी की ओर बुलाया गया। रिची और देवराज नाम के व्यक्तियों ने मारपीट की, लोगों की भीड़ जुटने पर रवि को बाईक पर बैठाकर बलपुर्वक ले गए। आबकारी विभाग में ले जाकर आबकारी निरीक्षक सचिन भास्करे के कार्यालय में तीनों ने मिलकर मारपीट की। पाल ने आरोप लगाया कि रवि को झुठे केस में फंसाकर जेल भेजा गया।
मारपीट का घटनाक्रम मारु मोहल्ले में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुआ। पाल सहित समाजजनों ने आरोप लगाया की मारपीट में गंभीर चोंटे आने से रवि की मौत हुई है। फुटेज के आधार पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई। एसपी ने मृतक के पिता सहित समाजजनों को भरोसा दिया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई कर रहे है, परिवार और समाज भी संयम बरतें किसी के भी दबाव में यह कार्रवाई नही रुकेगी।