MP Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए लगभग एक से दो दिन में चुनावी बिगुल बजने वाला है. आचार संहिता की आहट के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) आज एक साथ 53 हजार करोड़ के 14 हजार से ज्यादा कामों का भूमिपूजन व लोकार्पण कर दिया हैं. लोकार्पण-भूमिपूजन समारोह राजधानी भोपाल के रवीन्द्र वर्चुअली रूप से हुआ.
सीएम शिवराज सिंह ने शुक्रवार को राजधानी भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश स्तर पर 53,000 करोड़ की परियोजनाओं का भूमिपूजन और लोकार्पण किया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि भूतो न भविष्यति। यह मध्यप्रदेश के लिए अद्भुत पल है, 6 अक्टूबर दोपहर 12 बजे का समय इतिहास में दर्ज होगा। अकेले आज के दिन 53 हजार करोड़ के कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन हो रहा है।
दरअसल, लोकार्पण-भूमिपूजन समारोह में सबसे ज्यादा 11 हजार 834 लोकार्पण नगरीय विकास के हैं. इसमें अधोसंरचना, कायाकल्प, पीएम आवास शहरी, स्वच्छ भारत मिशन, वेस्ट प्रोजेक्ट, स्मार्ट सिटी मिशन से जुड़े शहरों के काम, नल जल, सीवेज, सामुदायिक भवन, नाली निर्माण, सड़क बनाना आदि शामिल हैं.
सीएम शिवराज सिंह चौहान जिन कार्यों का भूमिपूजन व लोकार्पण कियाहैं, उनमें सबसे ज्यादा काम नगरीय विकास के हैं. नगरीय विकास के 11 हजार 834 लोकार्पण, 501 भूमिपूजन होना है. इन कार्यों की राशि 2491 करोड़ है. इसी तरह पीडब्ल्यूडी के 6254 करोड़ के 60 लोकार्पण और 330 भूमिपूजन कार्य, स्वास्थ्य के 644 करोड़ के 95 लोकार्पण, 132 भूमिपूजन, जनजातीय के 38 लोकार्पण, 73 भूमिपूजन होना है, जिनकी राशि 1451 करोड़ है. स्कूल के 879 करोड़ के 25 लोकार्पण, 56 भूमिपूजन, पीएचई के 15609 करोड़ के 5 लोकार्पण, 22 भूमिपूजन, ऊर्जा के 1129 करोड़ के 15 लोकार्पण, 74 भूमिपूजन होना है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक जमाना था, तब हमारे पास गड्ढों वाली सड़कें थीं। वह भी केवल 60 हजार किलोमीटर की। मुझे कहते हुए गर्व है कि आज मध्यप्रदेश में 5 लाख किलोमीटर की सड़कें हैं। साढ़े सात लाख हेक्टेयर जमीन में सिंचाई होती थी। आज 47 लाख हेक्टेयर जमीन में सिंचाई हो रही है। आने वाले समय में 100 लाख हेक्टेयर जमीन में सिंचाई होगी। हम किसान की एक-एक इंच जमीन सींच देंगे। सीएम ने कहा कि प्रदेश ने तांगे से लेकर मेट्रो तक का सफर तय किया है। अब चारों तरफ विकास देखिए आज सचमुच में मैं गर्व से भरा हूं, आनंद और प्रसन्नता से भरा हूं। जो कल्पना नहीं थी वो किया है।
उन्होंने कहा कि मां, बहन और बेटी का सम्मान चाहिए। 35 प्रतिशत आरक्षण मैंने सरकारी नौकरियों में बेटियों के लिए किया है। हमारी 50 फीसदी बहनें आज मेयर, सरपंच, पार्षद अलग-अलग पदों पर हैं। ये सामाजिक क्रांति है। एक बात और आती है कि कर्ज ले लिया। कर्जा क्या होता है आपको पता है ? भारत सरकार कुछ मापदंड तय करती है कि कोई राज्य इतना कर्जा ले सकता है। वह कुल सकल घरेलू उत्पादन के 3 या 3.5 प्रतिशत के आसपास होता है। उतना लेकर और उससे कई गुना ज्यादा दूसरे राज्यों ने लिया है। हमने विकास के कामों पर खर्च किया है।