स्वतंत्र समय, संत हिरदाराम नगर
माँ देवी की आराधना का पर्व नवरात्रि 15 अक्टूबर से शुरू होने जा रही है। 9 दिनों तक माँ दुर्गा की विशेष पूजा अर्चना होगी। आदिशक्ति की आराधना का यह पर्व प्रत्येक अश्विन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होकर पूरे 9 दिनों तक चलता है। राजधानी भोपाल सहित आसपास के क्षेत्रों में नवरात्रि को लेकर तैयारियां जोर-शोर से की जा रही है। जहां जगह-जगह पण्डालों का निर्माण तेजी से चल रहा है तो वहीं मूर्तिकार भी प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में दिन रात जुटे हुए हैं। कोलकाता से राजधानी में जगह-जगह पण्डाल बनाकर विगत दो माह से कलाकार प्रतिमाओं को बनाने में जुटे हुए हैं। नवरात्रि करीब होने से यह मूर्तिकार दिन रात रंग, फिनिशिंग का काम कर रहे हैं। मूर्तिकारों ने बताया कि माँ देवी के अनेकों रूपों में प्रतिमाएं बनाई जा रही है।
माता रानी का हाथी पर होगा आगमन
इस वर्ष, माता रानी का आगमन हाथी पर हो रहा है। पंडित कपिल शर्मा ने बताया कि नवरात्रि के पहले दिन के आधार पर मां दुर्गा की सवारी के बारे में पता चलता है. नवरात्रि में माता की सवारी का विशेष महत्व होता है, और माता हाथी पर सवार होकर धरती पर आ रही हैं. हाथी पर माता का आगमन इस बात की ओर संकेत कर रहा है कि इस वर्ष खूब अच्छी वर्षा होगी और खेती अच्छी होगी। सुख, समृद्वि लोगों को मिलेगी।
शारदीय नवरात्रि की तिथियां
- 15 अक्टूबर- मां शैलपुत्री (पहला दिन) प्रतिपदा तिथि
- 16 अक्टूबर- मां ब्रह्मचारिणी (दूसरा दिन) द्वितीया तिथि
- 17 अक्टूबर- मां चंद्रघंटा (तीसरा दिन) तृतीया तिथि
- 18 अक्टूबर- मां कुष्मांडा (चैथा दिन) चतुर्थी तिथि
- 19 अक्टूबर- मां स्कंदमाता (पांचवा दिन) पंचमी तिथि
- 20 अक्टूबर- मां कात्यायनी (छठा दिन) षष्ठी तिथि
- 21 अक्टूबर- मां कालरात्रि (सातवां दिन) सप्तमी तिथि
- 22 अक्टूबर- मां महागौरी (आठवां दिन) दुर्गा अष्टमी
- 23 अक्टूबर- महानवमी, (नौवां दिन) शरद नवरात्र व्रत पारण
- 24 अक्टूबर- मां दुर्गा प्रतिमा विसर्जन, दशमी तिथि (दशहरा)