स्वतंत्र समय, बैतूल
विकासखंड घोड़ाडोंगरी के अंतर्गत आने वाले ग्राम मेहकार के शासकीय प्राथमिक शाला में मध्यान्ह भोजन परोसने वाले समूह को मनमानी पूर्वक हटाने का मामला सामने आया है। समूह की अध्यक्ष कमलती बिस्सो ने आरोप लगाया गया कि ग्राम पंचायत मेहकार के सरपंच राजकुमार नर्रे द्वारा आपसी एवं पारिवारिक विवाद के चलते रंजिश के कारण समूह को सेवा से बेदखल किया जा रहा है। उन्होंने बताया सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न योजना चला रही है। स्वयं सहायता समूह के जरिए महिलाओं को रोजगार व स्वरोजगार योजना द्वारा भी आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। लेकिन ग्राम पंचायत सरपंच की मनमानी के चलते शासन की मंशा को पलीता भी लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया सरपंच द्वारा बार-बार बीआरसी को फोन लगाकर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है। शारदा स्व सहायता समूह ने इसकी शिकायत जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से की है। लिखित शिकायत में समूह की अध्यक्ष कमलती बिस्सो ने आरोप लगाया कि समूह के विरूद्घ न तो पालक संघ ने और न ही छात्र-छात्राओं के साथ ग्रामीणों ने शिकायत की है। शारदा स्व सहायता समूह मेहकार विगत 15 वर्षों से शासकीय शाला एवं आंगनवाड़ी में एमडीएम कार्य कर रही है। इसके बावजूद बिना कारणवश शारदा समूह का नाम बैठक से हटा दिया गया है। समूह पर आज तक किसी भी प्रकार का कोई आरोप नहीं है। ग्राम सभा, पालक संघ भी समूह के कार्यों से संतुष्ट है। वर्तमान में भी समूह भोजन बना रहा है। ग्राम सभा के प्रस्ताव में भी शारदा समूह द्वारा एमडीएम कार्य प्रस्तावित किया गया है। कमलती ने बताया कि आंगनबाड़ी में एमडीएम कार्य छोड़ दिया गया है, लेकिन उन्हें शासकीय प्राथमिक शाला मेहकार में एमडीएम के लिए यथावत रखा जाए। ताकि समूह से जुड़ी महिलाओं को रोजगार मिल सके।