स्वतंत्र समय, कटनी
जिले की तीन विधानसभा क्षेत्र ऐसी हैं जहां पर इन दिनों राजनैतिक बवंडर आया हुआ है। वैसे तो भारतीय जनता पार्टी को जिले की चारों विधानसभा सीट में बगावत का सामना करना पड़ा है। लेकिन प्रमुख तौर पर मुड़वारा, विजय राघवगढ़ एवं बहोरीबंद क्षेत्र बगावत के कारण संवेदनशील हो चुकी है। मुड़वारा में तो लगभग स्थिति साफ हो चुकी है कि यहां पर निर्दलीय प्रत्याशी कांग्रेस और भाजपा की चुनावी गणित को बिगाड़ सकता है। अभी विजयराघवगढ़ एवं बहोरीबंद सीट से बगावत की खबरें तो आने लगी हैं लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में उतरेंगे या नहीं यह स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है। जिस तरह की राजनैतिक बयार इन दिनों जिले में चल रही है उससे यह कहना गलत नहीं होगा कि मुड़वारा, विजय राघवगढ़ एवं बहोरीबंद सीट में निर्दलीय उम्मीदवार के उतरने की संभावनाएं प्रबल हो चुकी हैं।
मुड़वारा में यह नाम प्रमुख
कटनी जिले की मुड़वारा विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक संदीप जयसवाल की टिकट रिपीट होने के कारण पूर्व भाजपा महापौर प्रत्याशी ज्योति विनय दीक्षित एवं पूर्व नगर निगम अध्यक्ष संतोष शुक्ला के बगावती सुर पिछले दिनों सामने आए हैं। अब तक दोनों ही बागियों ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह निर्दलीय चुनाव में उतरेंगे या नहीं लेकिन इस बात की संभावना सबसे अधिक है कि ज्योति विनाय दीक्षित निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनावी अखाड़े में उतर सकती हैं और संतोष शुक्ला उनके समर्थन में चुनाव प्रचार कर सकते हैं। दोनों ही प्रत्याशी नवरात्र की प्रतीक्षा में थे नवरात्र लगते ही अब उनके द्वारा अपनी आगे की रणनीति सार्वजनिक रूप से घोषित कर दी जाएगी।
विजयराघवगढ़ में राव का डंका
मुड़वारा के बाद बात करें तो विजय राघवगढ़ में इन दिनों राव के नाम का डंका बज रहा है। लगभग एक महा पूर्व एक न्यूज़ पेपर द्वारा कराए गए चुनावी सर्वे में राव ने सभी दावेदारों को पीछे छोड़ते हुए सर्वाधिक समर्थन क्षेत्र से हासिल किए थे। सर्वे के बाद से ही राव को विजय राघौगढ़ से मुख्य दावेदार के रूप में देखा जा रहा था। नवरात्र के प्रथम दिन विजयराघवगढ़ की राजनीतिक भूमि में भूचाल आने की संभावना प्रबल है हो सकता है
बहोरीबंद में कांग्रेस से बागी
जहां मुड़वारा और विजयराघवगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी की टिकट रिपीट होने के कारण बगावत के सुर सामने आए हैं वहीं बहोरीबंद में यह स्थिति निर्मित है कि कांग्रेस से किसी एक को टिकट मिलने के कारण कोई दूसरा बगावत कर दे। बहोरीबंद में टिकट को लेकर चल रही खींचतान जल्द ही उभार कर सामने आएगी। ऐसा नहीं है कि बहोरीबंद में केवल कांग्रेस प्रत्याशियों के बीच टिकट को लेकर आपाधापी मची है बल्कि भाजपा भी इससे अछूती नहीं है। भाजपा में भी कुछ नाम ऐसे हैं जो कि चुनाव में खुलकर विरोध करें या ना करें लेकिन चुनावी गणित बिगाडऩे का काम जरुर करेंगे।