स्वतंत्र समय, भोपाल
मध्यप्रदेश में कांग्रेस की पहली सूची के बाद तीखी बयानबाजी और बगावत सामने आने लगी है। सुबह सूची जारी की और शाम को इस्तीफों की झड़ी लग गई। जिसने कांग्रेस के माथे पर चिंता की लकीरे खींच दी हैं। अब इस मामले पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने तंज कसा है। सिंधिया ने लिखा कि ताश के पत्तों का महल हवा के एक झोके से ही गिर जाता है। लालच और लालसा से भरी कांग्रेस में यही होना था, क्योंकि इनके पास जनहित की भावना नहीं। अपनी भ्रष्ट लालसाओं के लिए प्रदेश को बर्बाद करने की चेष्टा न रखें। जब धन की कामना ही मूल उद्देश्य है तो कृपया अपनी दुकान कहीं और लगा लें। सिंधिया के इस ट्वीट से सियासी गलियारों में कांग्रेस की लिस्ट की चर्चाएं शुरू हो गई।
कमलनाथ का पलटवार : मप्र के भविष्य निर्माताओं की सूची
सिंधिया के ट्वीट के बाद पीसीसी चीफ कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा कि कांग्रेस ने प्रत्याशियों की नहीं, मप्र के भविष्य-निर्माताओं की सूची जारी की है। इस सूची से मप्र की जनता को सकारात्मक रूप से ये सूचित किया गया है कि जिनमें नि:स्वार्थ भाव से जनसेवा का व्रत लेने का संकल्प है, उन्हें ही जनता का प्रतिनिधित्व करने के लिए आम जनता व कार्यकर्ताओं के कहने पर ये अवसर दिया गया है। कांग्रेस की लिस्ट इस मायने में भाजपा से अलग है कि कांग्रेस की लिस्ट लोकतांत्रिक है, क्योंकि ये संगठन के अंतिम पायदान तक के कार्यकर्ता की सलाह को सम्मान देते हुए बनी है। इसकी दिशा लोकतंत्र की मूल भावना के अनुरूप नीचे से ऊपर की ओर है, जबकि भाजपा की लिस्ट ऊपर से नीचे थोपी है। ये एकाधिकारिता के अहंकार से चुनाव लडऩे का आदेश है और भाजपा के नेताओं, पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का अपमान, इन अर्थों में भाजपा की सूची अलोकतांत्रिक है। कांग्रेस जनता की सरकार बनाने जा रही है।
बगावत करने वालों को कमलनाथ की चेतावनी
कांग्रेस की पहली सूची आने के बाद से बगावत और धमकियों का दौर जारी है। कोई पार्टी को धमकी देकर आने वाले दिनों में पार्टी छोडऩे की कह रहा है तो कोई पार्टी को छोड़ चुका है। इसके अलावा अन्य दलों से पिछले दिनों कांग्रेस में शामिल हुये नेताओं में जिन भी लोगों को टिकट नहीं मिला है। उन नेताओं को लेकर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने बड़ा बयान दिया है। जिसमें उन्होंने साफ कर दिया कि हमने किस आधार पर टिकट दिया है। इन दिनों प्रदेश भर में बीजेपी से कांग्रेस में आए नेताओं की चर्चांए जोरों पर हैं। जिनमें प्रमुख नाम पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी और कोलारस से विधायक वीरेंद्र रघुवंशी को लेकर चर्चांओं का बाजार गर्म है।