अगले 24 घंटों में इन 10 जिलों में होगी भारी बारिश, चलेगी आंधी, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

एक बार फिर प्रदेश के मौसम में बदलाव का सिलसिला लगातार बरकरार है। जहां कल यानी की बुधवार को पुनः वर्षा का दौर सिमट गया। वहीं वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर भी कम हो गया है। हालांकि कुछ जगहों पर कल सारा दिन मेघों की क्रिडाएं देखने को मिली। लेकिन वर्षा महज कुछ ही जिलों में रिमझिम फुहारें पड़ने का अलर्ट जारी किया हैं। इस मध्य मौसम कार्यालय ने अंदेशा जताया है कि आगामी एक-दो दिन के अंदर प्रदेश के कम से कम टेंपरेचर में भारी मंदी देखने को मिलेगी।

20 अक्टूबर तक प्रदेश में गुलाबी करेगी प्रवेश

 

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार 22 अक्टूबर को प्रदेश में एक नई मौसम प्रणाली एक्टिव हो सकती है। इस वजह से टेंपरेचर में तेजी देखने को मिलेगी और सर्दी पड़ने के आसार बनने जा रहे हैं।

ज्यादा से ज्यादा टेंपरेचर में आएगी कमी

बुधवार को मध्यप्रदेश की अधिकतर शहरों के ज्यादा से ज्यादा टेंपरेचर में कमी देखी जाएगी। मध्यप्रदेश के सबसे ज्यादा टेंपरेचर में बड़ी मंदी रिकॉर्ड की जाएगी। प्रदेश में सर्वाधिक भोपाल में अधिक से अधिक पारा 34.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। नर्मदापुरम में 34.6, ग्वालियर में 31.8, इंदौर में 32.8, रतलाम में 34, जबलपुर में 31.5, नरसिंहपुर में 34 डिग्री सेल्सियस अधिक से अधिक तापक्रम रिकॉर्ड किया गया हैं। इसके साथ ही बेहद कम से कम टेंपरेचर में एक बार फिर एकाग्रता देखने को मिल रही हैं। जबलपुर में कम से कम टेंपरेचर 19 डिग्री सेल्सियस, भोपाल में 20.1, ग्वालियर में 18.7, इंदौर में 19.6 डिग्री सेल्सियस पारा रिकॉर्ड हुआ।

यहां वर्षा का अंदेशा

मौसम कार्यालय ने आज यानी बृहस्पतिवार को भी प्रदेश के कुछ एक जिलों में छिटपुट वर्षा का अंदेशा जताया है। इन जिलों में विदिशा, रायसेन, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी और सागर जिले मौजूद हैं। इसके अतिरिक्त बाकी बचे जिलों का मौसम साफ बना रहने का अंदेशा जताया गया है। इसके साथ ही मौसम कार्यालय ने अपने अलर्ट में बताया है कि आगामी 2 दिन में कम से कम पारे में अत्याधिक हल्की कमी देखने को मिल सकती है।